नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव 2019 के बाद पश्चिम बंगाल में टीएमसी को बड़ा झटका लगा है। टीएमसी के दो विधायक दिल्ली में मंगलवार को भाजपा पार्टी मुख्यालय में भाजपा में शामिल हो गए। इस दौरान टीएमसी के 50 से अधिक पार्षद भी भाजपा में शामिल हुए हैं।टीएमसी विधायक सुभ्रांशु रॉय, तुषारकांति भट्टाचार्जी दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। सुभ्रांशु भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे हैं और हाल ही में टीएमसी ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
सीपीएम का एक विधायक भी भाजपा में शामिल
पश्चिम बंगाल में मंगलवार को भाजपा में शामिल होने वालों में सीपीएम के विधायक देवेंद्र रॉय भी शामिल है। इस तरह टीएमसी के दो और एक सीपीएम कुल तीन विधायक भाजपा में शामिल हुए है। कैलाश विजयवर्गीय के मुताबिक, तीन विधायक और 50 से अधिक पार्षद भाजपा में शामिल हुए हैं। जैसे पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव हुए थे, वैसे ही भाजपा में टीएमसी के लोग सात चरणों में शामिल होंगे। आज सिर्फ पहला चरण था। उनके मुताबिक हर माह टीएमसी नेता भाजपा में शामिल होंगे। यह क्रम सात चरणों में चलेगा। मुकुल राय के मुताबिक अगले विधानसभा चुनाव में टीएमसी के पास विपक्ष का ओहदा भी नहीं बचेगा। टीएमसी के 16 काउंसर्लस ने कांचरापारा नगरनिगम से एआईटीसी काउंसलर पार्टी से सदस्यता वापस ली। भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय ने भी सदस्यता वापस ली।
बंगाल में हिंसा के लिए तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार
दिल्ली जाते समय मुकुल राय ने कहा था कि बंगाल में जो हिंसा हो रही, उसके लिए भाजपा नहीं बल्कि तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि तृणमूल के चालीस विधायक उनके संपर्क में है। वहीं, मुकुल राय से लेकर अर्जुन सिंह तक ने दावा किया था कि तृणमूल के 100 विधायक भाजपा में आएंगे। तृणमूल का कहना है कि शुभ्रांशु लगातार पार्टी विरोधी बयान दे रहे थे, जिसकी वजह से यह कदम उठाया गया। दरअसल, पश्चिम बंगाल में भाजपा की बड़ी जीत पर शुभ्रांशु रॉय ने अपने पिता को बंगाल की राजनीति का असली चाणक्य बताया था। उनका कहना था कि हमारी पार्टी की हार हुई है और जनता ने हमारे खिलाफ मतदान किया है। हमें इस बात को स्वीकार करना चाहिए।
ममता बनर्जी कभी नहीं देंगी इस्तीफा
मुकुल राय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा इस्तीफा देने की इच्छा प्रकट करना एक नाटक है। वह कभी भी इस्तीफा नहीं दे सकती हैं। भाजपा नेता मुकुल राय ने यह प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने रविवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि ममता जीवन में कभी पद से इस्तीफा नहीं दे सकती हैं, जब तक कि बंगाल की जनता उन्हें गणतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग कर सत्ता से हटा नहीं देती। उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी ने शनिवार को तृणमूल की बैठक के बाद कहा था कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहती हैं, लेकिन उनकी पार्टी ऐसा नहीं चाहती है।
शपथ ग्रहण में शामिल होंगी ममता
भाजपा और टीएमसी में चल रही तल्खी के बावजूद ममता बनर्जी पीएम मोदी के 30 मई को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होगी। उन्होंने कहा कि मैंने अभी तक दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री से भी बात की है। वह राष्ट्रपति भवन में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं। ऐसे में मैं भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लूंगी।
लोकसभा चुनाव 2019 के बाद पश्चिम बंगाल में टीएमसी को बड़ा झटका लगा है। टीएमसी के दो विधायक दिल्ली में मंगलवार को भाजपा पार्टी मुख्यालय में भाजपा में शामिल हो गए। इस दौरान टीएमसी के 50 से अधिक पार्षद भी भाजपा में शामिल हुए हैं।टीएमसी विधायक सुभ्रांशु रॉय, तुषारकांति भट्टाचार्जी दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। सुभ्रांशु भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे हैं और हाल ही में टीएमसी ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
सीपीएम का एक विधायक भी भाजपा में शामिल
पश्चिम बंगाल में मंगलवार को भाजपा में शामिल होने वालों में सीपीएम के विधायक देवेंद्र रॉय भी शामिल है। इस तरह टीएमसी के दो और एक सीपीएम कुल तीन विधायक भाजपा में शामिल हुए है। कैलाश विजयवर्गीय के मुताबिक, तीन विधायक और 50 से अधिक पार्षद भाजपा में शामिल हुए हैं। जैसे पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव हुए थे, वैसे ही भाजपा में टीएमसी के लोग सात चरणों में शामिल होंगे। आज सिर्फ पहला चरण था। उनके मुताबिक हर माह टीएमसी नेता भाजपा में शामिल होंगे। यह क्रम सात चरणों में चलेगा। मुकुल राय के मुताबिक अगले विधानसभा चुनाव में टीएमसी के पास विपक्ष का ओहदा भी नहीं बचेगा। टीएमसी के 16 काउंसर्लस ने कांचरापारा नगरनिगम से एआईटीसी काउंसलर पार्टी से सदस्यता वापस ली। भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय ने भी सदस्यता वापस ली।
बंगाल में हिंसा के लिए तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार
दिल्ली जाते समय मुकुल राय ने कहा था कि बंगाल में जो हिंसा हो रही, उसके लिए भाजपा नहीं बल्कि तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि तृणमूल के चालीस विधायक उनके संपर्क में है। वहीं, मुकुल राय से लेकर अर्जुन सिंह तक ने दावा किया था कि तृणमूल के 100 विधायक भाजपा में आएंगे। तृणमूल का कहना है कि शुभ्रांशु लगातार पार्टी विरोधी बयान दे रहे थे, जिसकी वजह से यह कदम उठाया गया। दरअसल, पश्चिम बंगाल में भाजपा की बड़ी जीत पर शुभ्रांशु रॉय ने अपने पिता को बंगाल की राजनीति का असली चाणक्य बताया था। उनका कहना था कि हमारी पार्टी की हार हुई है और जनता ने हमारे खिलाफ मतदान किया है। हमें इस बात को स्वीकार करना चाहिए।
ममता बनर्जी कभी नहीं देंगी इस्तीफा
मुकुल राय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा इस्तीफा देने की इच्छा प्रकट करना एक नाटक है। वह कभी भी इस्तीफा नहीं दे सकती हैं। भाजपा नेता मुकुल राय ने यह प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने रविवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि ममता जीवन में कभी पद से इस्तीफा नहीं दे सकती हैं, जब तक कि बंगाल की जनता उन्हें गणतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग कर सत्ता से हटा नहीं देती। उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी ने शनिवार को तृणमूल की बैठक के बाद कहा था कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहती हैं, लेकिन उनकी पार्टी ऐसा नहीं चाहती है।
शपथ ग्रहण में शामिल होंगी ममता
भाजपा और टीएमसी में चल रही तल्खी के बावजूद ममता बनर्जी पीएम मोदी के 30 मई को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होगी। उन्होंने कहा कि मैंने अभी तक दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री से भी बात की है। वह राष्ट्रपति भवन में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं। ऐसे में मैं भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लूंगी।
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