पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ को ऑस्ट्रेलिया की इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप प्रैक्टिस मैच में 12 रन से जीत के दौरान दर्शकों की हूटिंग का भी सामना करना पड़ा लेकिन इस बल्लेबाज ने कहा कि इससे उन पर कोई असर नहीं पड़ता। स्मिथ ने गेंद से छेड़छाड़ के मामले में एक साल का प्रतिबंध लगने के बाद पहली बार इंग्लैंड की सरजमीं पर कोई मैच खेला, जिसमें उन्होंने 116 रन बनाए। उनकी इस पारी से ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड कप मेजबान और खिताब के प्रबल दावेदार इंग्लैंड को हराया। स्मिथ और उनकी तरह एक साल का प्रतिबंध झेलने वाले डेविड वॉर्नर जब बल्लेबाजी के लिए आए और जब आउट होकर वापस लौटे तो दर्शकों ने उनकी खूब हूटिंग की।
स्मिथ जब अर्धशतक और शतक तक पहुंचे, तब भी उन्हें दर्शकों की फितयां सहनी पड़ी। 29 वर्षीय स्मिथ ने मैच के बाद कहा कि हर कोई अपने विचार रखने और किसी व्यक्ति के साथ कैसा व्यवहार करना चाहते हैं, इसके लिए स्वतंत्र है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं इससे परेशान नहीं हूं। मैं इस पर ध्यान नहीं देता हूं। जब मैं क्रीज पर था, तब मैंने इस पर ध्यान नहीं दिया कि दर्शक क्या कह रहे हैं। स्मिथ ने कहा कि उनका और वॉर्नर का उनके साथियों ने वापसी पर तहेदिल से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह ऐसा है जैसे हम टीम से बाहर ही नहीं हुए थे। मैं जानता हूं कि मुझे बालकनी से मेरे साथियों का समर्थन मिल रहा था और मेरे लिए यह सबसे अधिक अहम है। उन्होंने कहा कि अगर मैं उन्हें और ऑस्ट्रेलियाई लोगों को गौरवान्वित कर सकता हूं तो यही मेरा काम है। अपनी फॉर्म के बारे में उन्होंने कहा कि मैं इसको बहुत अधिक तवज्जो नहीं देता। यह केवल अभ्यास मैच है। उम्मीद है कि असली मैचों में भी मेरी यही फॉर्म रहेगी, लेकिन मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। जब भी आप ऑस्ट्रेलिया के लिए शतक बनाते हो तो यह वास्तविक सम्मान होता है।
स्मिथ जब अर्धशतक और शतक तक पहुंचे, तब भी उन्हें दर्शकों की फितयां सहनी पड़ी। 29 वर्षीय स्मिथ ने मैच के बाद कहा कि हर कोई अपने विचार रखने और किसी व्यक्ति के साथ कैसा व्यवहार करना चाहते हैं, इसके लिए स्वतंत्र है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं इससे परेशान नहीं हूं। मैं इस पर ध्यान नहीं देता हूं। जब मैं क्रीज पर था, तब मैंने इस पर ध्यान नहीं दिया कि दर्शक क्या कह रहे हैं। स्मिथ ने कहा कि उनका और वॉर्नर का उनके साथियों ने वापसी पर तहेदिल से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह ऐसा है जैसे हम टीम से बाहर ही नहीं हुए थे। मैं जानता हूं कि मुझे बालकनी से मेरे साथियों का समर्थन मिल रहा था और मेरे लिए यह सबसे अधिक अहम है। उन्होंने कहा कि अगर मैं उन्हें और ऑस्ट्रेलियाई लोगों को गौरवान्वित कर सकता हूं तो यही मेरा काम है। अपनी फॉर्म के बारे में उन्होंने कहा कि मैं इसको बहुत अधिक तवज्जो नहीं देता। यह केवल अभ्यास मैच है। उम्मीद है कि असली मैचों में भी मेरी यही फॉर्म रहेगी, लेकिन मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। जब भी आप ऑस्ट्रेलिया के लिए शतक बनाते हो तो यह वास्तविक सम्मान होता है।
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