श्रीनगर
सुरक्षाबलों ने त्राल में एक भीषण मुठभेड़ में अलकायदा के संगठन अंसार-उल-गजवात-ए-हिद (एजीएच) के प्रवक्ता व कुक्यात आतंकी शब्बीर अहमद उर्फ अबु उबैदा को मार गिराया, जबकि तीन अन्य आतंकी भाग निकलने में कामयाब रहे। आतंकियों के खिलाफ इस अभियान में सेना के हेलीकॉप्टर और ड्रोन भी इस्तेमाल किए गए। करीब चार घंटे तक चली इस मुठभेड़ में एक जवान भी घायल हुआ है। अमित शाह सुरक्षा हालात का जायजा लेने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे हैं। जानकारी के मुताबिक, तड़के पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि एजीएच के तीन से चार आतंकी त्राल के ऊपरी हिस्से में एक जंगल में छिपे हुए हैं। इसके बाद सेना की 42 आरआर, राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल और सीआरपीएफ के एक संयुक्त कार्यदल ने आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान छेड़ा। आतंकी बरेनपतरी कहलील के जंगल में छिपे हुए थे। जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देखकर आतंकियों ने फायरिग शुरू कर दी। फायरिंग में एक जवान जम्मी हो गया। आतंकी जंगल में एक पहाड़ी पर थे, जिससे वह पूरी तरह सुरक्षाबलों से बेहतर स्थिति में थे। उनकी सही स्थिति का पता लगाने के लिए सेना ने अपने ड्रोन का इस्तेमाल किए। इसके अलावा सेना के जवानों ने करीब साढ़े आठ बजे हेलीकॉप्टर के जरिए आतंकी ठिकाने के पास अपना एक कमांडो दस्ता भी उतारा। मुठभेड़ करीब साढ़े सात बजे शुरू हुई और लगभग चार घंटे तक चली। आतंकियों की तरफ से अंतिम गोली करीब साढ़े ग्यारह बजे चली।
सुरक्षाबलों ने त्राल में एक भीषण मुठभेड़ में अलकायदा के संगठन अंसार-उल-गजवात-ए-हिद (एजीएच) के प्रवक्ता व कुक्यात आतंकी शब्बीर अहमद उर्फ अबु उबैदा को मार गिराया, जबकि तीन अन्य आतंकी भाग निकलने में कामयाब रहे। आतंकियों के खिलाफ इस अभियान में सेना के हेलीकॉप्टर और ड्रोन भी इस्तेमाल किए गए। करीब चार घंटे तक चली इस मुठभेड़ में एक जवान भी घायल हुआ है। अमित शाह सुरक्षा हालात का जायजा लेने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे हैं। जानकारी के मुताबिक, तड़के पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि एजीएच के तीन से चार आतंकी त्राल के ऊपरी हिस्से में एक जंगल में छिपे हुए हैं। इसके बाद सेना की 42 आरआर, राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल और सीआरपीएफ के एक संयुक्त कार्यदल ने आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान छेड़ा। आतंकी बरेनपतरी कहलील के जंगल में छिपे हुए थे। जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देखकर आतंकियों ने फायरिग शुरू कर दी। फायरिंग में एक जवान जम्मी हो गया। आतंकी जंगल में एक पहाड़ी पर थे, जिससे वह पूरी तरह सुरक्षाबलों से बेहतर स्थिति में थे। उनकी सही स्थिति का पता लगाने के लिए सेना ने अपने ड्रोन का इस्तेमाल किए। इसके अलावा सेना के जवानों ने करीब साढ़े आठ बजे हेलीकॉप्टर के जरिए आतंकी ठिकाने के पास अपना एक कमांडो दस्ता भी उतारा। मुठभेड़ करीब साढ़े सात बजे शुरू हुई और लगभग चार घंटे तक चली। आतंकियों की तरफ से अंतिम गोली करीब साढ़े ग्यारह बजे चली।
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