मुंबई
शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पहली बार युवा सेना प्रमख आदित्य ठाकरे की उम्मीदवारी को लेकर अपना मत व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अपने सपने साकार करने के लिए युवाओं को आगे आकर राजनीति और सरकार के कार्यों में हाथ बंटाना चाहिए। उद्धव ने कहा कि महायुति में जगह वितरण को लेकर जो निर्णय लिए गए हैं, उन पर वे आगामी 8 अक्टूबर को शिवसेना की दशहरा रैली में बोलेंगे। शिवसेना में इनकमिंग शुरू है। बुधवार को मातोश्री में विधानपरिषद में कांग्रेस के विधायक और नंदूरबार के जिला अध्यक्ष चंद्रकांत सूर्यवंशी शिवसेना में शामिल हुए। उद्धव ठाकरे ने सूर्यवंशी को शिवबंधन बांधकर शिवसेना में शामिल कर लिया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से आदित्य ठाकरे की उम्मीदवारी और युति पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि वे इस बात से संतुष्ट हैं कि आदित्य मनपूर्वक और लगन से काम कर रहे हैं। वे मेरी अपेक्षा अधिक मेहनत कर रहे हैं। शिवसैनिकों ने उन्हें आनंद और प्रेम से स्वीकार किया है, इसलिए मैंने उनकी उम्मीदवारी घोषित की। जिस कार्यक्रम में आदित्य ठाकरे की उम्मीदवारी की घोषणा की गई, उसमें मैं शामिल नहीं हुआ। मैं कोई भी काम दवाब में आकर नहीं करना चाहता।
अब अगली जिम्मेदारी शिवसैनिकों की है। ठाकरे घराने की परंपरा सेवा करनी है। आदित्य उसी रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना प्रमुख ने मुझसे कहा था कि तुम मेरे बेटे हो, इसका मतलब यह नहीं कि मैं तुम्हे शिवसेना पर थोप दूंगा। तुम्हें जनता ने स्वीकार किया, तभी तुम सफल माने जाओगे। यही बात मैंने आदित्य को भी कही। आज लोगों ने उसे स्वीकार किया है, यही वजह है कि वह चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के विकास के लिए और युवाओं के सपनों के लिए आदित्य लड़ रहे हैं।
राजनीति में युवाओं को केवल सपने दिखाए गए हैं, लेकिन सपने पूरे नहीं हुए। युवाओं के सपने पूरे करने के लिए आदित्य राजनीति में उतर रहे हैं। युवाओं को देश और महाराष्ट्र के निर्माण का काम करना चाहिए। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान आठ अक्टूबर को शिवसेना की दशहरा रैली होगी। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं? उद्धव ठाकरे ने कहा कि युति को लेकर जो भी तय हुआ है, उस पर वे 8 अक्टूबर को विस्तार से बोलेंगे। 4 अक्टूबर तक सहजता के साथ सीटों का बंटवारा कर हम मुक्त हो जाएंगे।
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