गुवाहाटी
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने असम के धुबरी क्षेत्र में तस्करी और अवैध घुसपैठ रोकने के लिए हाल ही में इजराइली रिमोट संचालित ड्रोन और थर्मल इमेजर खरीदे हैं। गौरतलब है कि बांग्लादेश के साथ भारत की सीमा का एक बड़ा हिस्सा नदी क्षेत्र से गुजरता है और नदी क्षेत्र में बाड़ लगाना संभव नहीं है। बीएसएफ के गुवाहाटी क्षेत्र के महानिरीक्षक पीयूष मोर्डिया ने कहा कि रात और दिन दोनों समय काम करने में सक्षम कैमरे से लैस ड्रोन धरती से 150 मीटर की ऊंचाई पर उड़ सकता है। मोर्डिया ने मंगलवार को कहा कि ड्रोन पतंग की भांति उड़कर ऊंचाई से तस्वीरें ले सकता है। ऊंचाई और दिशा तय करने के लिए ड्रोन से जुड़े केबल को जमीन से रिमोट से नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पशुओं और नशीले पदार्थों की तस्करी प्राय: रात में की जाती है। नए खरीदे गए ड्रोन दिन में सीमा के आसपास छिपे तस्करों के चित्र उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने असम के धुबरी क्षेत्र में तस्करी और अवैध घुसपैठ रोकने के लिए हाल ही में इजराइली रिमोट संचालित ड्रोन और थर्मल इमेजर खरीदे हैं। गौरतलब है कि बांग्लादेश के साथ भारत की सीमा का एक बड़ा हिस्सा नदी क्षेत्र से गुजरता है और नदी क्षेत्र में बाड़ लगाना संभव नहीं है। बीएसएफ के गुवाहाटी क्षेत्र के महानिरीक्षक पीयूष मोर्डिया ने कहा कि रात और दिन दोनों समय काम करने में सक्षम कैमरे से लैस ड्रोन धरती से 150 मीटर की ऊंचाई पर उड़ सकता है। मोर्डिया ने मंगलवार को कहा कि ड्रोन पतंग की भांति उड़कर ऊंचाई से तस्वीरें ले सकता है। ऊंचाई और दिशा तय करने के लिए ड्रोन से जुड़े केबल को जमीन से रिमोट से नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पशुओं और नशीले पदार्थों की तस्करी प्राय: रात में की जाती है। नए खरीदे गए ड्रोन दिन में सीमा के आसपास छिपे तस्करों के चित्र उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।
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