जयपुर
ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के घूंघट करने की प्रथा पर प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को यहां कहा कि जमाना गया घूंघट का। नारी अधिकारों के लिए काम कर रहे एक संगठन के कार्यक्रम में महिलाओं के बिना घूंघट शामिल होने की ओर इशारा करते हुए गहलोत ने कहा कि कुछ ग्रामीण इलाकों में महिलाएं अब भी घूंघट करती हैं। उन्होंने कहा कि इस समाज को किसी महिला को घूंघट में कैद करने का क्या अधिकार है? गहलोत ने कहा कि जब तक घूंघट नहीं हटेगा महिला कभी आगे नहीं बढ़ पाएगी। जमाना गया घूंघट का। उन्होंने कहा कि हिम्मत और हौसले के साथ आपको आगे बढ़ना पड़ेगा। सरकार आपके साथ खड़ी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जमाना बदल गया है और नारी शक्ति को घूंघट में कैद नहीं किया जा सकता। गहलोत महिलाओं के इस कार्यक्रम में बाल विवाह के खिलाफ भी बोले और कहा कि बाल विवाह नहीं होने चाहिए क्योंकि उससे सिर्फ जिंदगी बर्बाद होती है। उन्होंने बताया कि हाल ही में जनसुनवाई के दौरान एक बच्ची शिकायत लेकर आई कि उसका बाल विवाह किया जा रहा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बच्ची का बाल विवाह नहीं होना चाहिए और अगर वह पढ़ना चाहे तो सरकार पूरी मदद करेगी। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं पर अत्याचार और उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए हैं।
ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के घूंघट करने की प्रथा पर प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को यहां कहा कि जमाना गया घूंघट का। नारी अधिकारों के लिए काम कर रहे एक संगठन के कार्यक्रम में महिलाओं के बिना घूंघट शामिल होने की ओर इशारा करते हुए गहलोत ने कहा कि कुछ ग्रामीण इलाकों में महिलाएं अब भी घूंघट करती हैं। उन्होंने कहा कि इस समाज को किसी महिला को घूंघट में कैद करने का क्या अधिकार है? गहलोत ने कहा कि जब तक घूंघट नहीं हटेगा महिला कभी आगे नहीं बढ़ पाएगी। जमाना गया घूंघट का। उन्होंने कहा कि हिम्मत और हौसले के साथ आपको आगे बढ़ना पड़ेगा। सरकार आपके साथ खड़ी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जमाना बदल गया है और नारी शक्ति को घूंघट में कैद नहीं किया जा सकता। गहलोत महिलाओं के इस कार्यक्रम में बाल विवाह के खिलाफ भी बोले और कहा कि बाल विवाह नहीं होने चाहिए क्योंकि उससे सिर्फ जिंदगी बर्बाद होती है। उन्होंने बताया कि हाल ही में जनसुनवाई के दौरान एक बच्ची शिकायत लेकर आई कि उसका बाल विवाह किया जा रहा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बच्ची का बाल विवाह नहीं होना चाहिए और अगर वह पढ़ना चाहे तो सरकार पूरी मदद करेगी। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं पर अत्याचार और उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए हैं।
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