नई दिल्ली
बजाज समूह के चेयरमैन रहे राहुल बजाज ने बजाज फिनसर्व के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह पर अब संजीव बजाज नियुक्त हुए हैं। चेयरमैन के रूप में संजीव बजाज 1 अगस्त से कार्यभार संभालेंगे। बता दें 1 अप्रैल 2020 से राहुल बजाज कंपनी में नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन की भूमिका में हैं। राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को एक मारवाड़ी परिवार में बंगाल प्रेसिडेंसी (आजादी से पहले का पश्चिम बंगाल) में हुआ था। राहुल बजाज भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और समाजसेवी जमनालाल बजाज के पोते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से इकोनॉमिक ऑनर्स करने के बाद राहुल बजाज ने तीन साल तक बजाज इलेक्ट्रिकल्स कंपनी में ट्रेनिंग की। उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से वक़ालत की पढ़ाई भी की है। राहुल बजाज अमेरिका के हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल से एमबीए हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद वर्ष 1968 में 30 वर्ष की उम्र में जब राहुल बजाज ने 'बजाज ऑटो लिमिटेड' के सीईओ का पद संभाला था।
बजाज 1965 में तीन करोड़ के टर्नओवर से 2008 में करीब दस हज़ार करोड़ के टर्नओवर तक पहुंच गई। 1972 में बजाज ऑटो का चेतक स्कूटर बाजार में आते ही धूम मचा दी थी और देश के युवाओं की पहली पसंद बन चुकी थी। उस दौर में इस स्कूटर का वेटिंग परियड 4 से 5 साल का था. वहीं, कंपनी ने चेतक को इलेक्ट्रिक वर्जन के साथ फिर से री-लॉन्च किया है।
बजाज समूह के चेयरमैन रहे राहुल बजाज ने बजाज फिनसर्व के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह पर अब संजीव बजाज नियुक्त हुए हैं। चेयरमैन के रूप में संजीव बजाज 1 अगस्त से कार्यभार संभालेंगे। बता दें 1 अप्रैल 2020 से राहुल बजाज कंपनी में नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन की भूमिका में हैं। राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को एक मारवाड़ी परिवार में बंगाल प्रेसिडेंसी (आजादी से पहले का पश्चिम बंगाल) में हुआ था। राहुल बजाज भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और समाजसेवी जमनालाल बजाज के पोते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से इकोनॉमिक ऑनर्स करने के बाद राहुल बजाज ने तीन साल तक बजाज इलेक्ट्रिकल्स कंपनी में ट्रेनिंग की। उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से वक़ालत की पढ़ाई भी की है। राहुल बजाज अमेरिका के हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल से एमबीए हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद वर्ष 1968 में 30 वर्ष की उम्र में जब राहुल बजाज ने 'बजाज ऑटो लिमिटेड' के सीईओ का पद संभाला था।
बजाज 1965 में तीन करोड़ के टर्नओवर से 2008 में करीब दस हज़ार करोड़ के टर्नओवर तक पहुंच गई। 1972 में बजाज ऑटो का चेतक स्कूटर बाजार में आते ही धूम मचा दी थी और देश के युवाओं की पहली पसंद बन चुकी थी। उस दौर में इस स्कूटर का वेटिंग परियड 4 से 5 साल का था. वहीं, कंपनी ने चेतक को इलेक्ट्रिक वर्जन के साथ फिर से री-लॉन्च किया है।
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