हम जो कर रहे हैं, वह जनता के हित में
मुंबई
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार कोरोना संकट का डटकर सामना कर रही है। शनिवार को मिशन जीरो के तहत धूत चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बनाए गए अत्याधुनिक 25 बेड के आईसीयू अस्पताल का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शुभारंभ करने के बाद उन्होंने यह बात कही। ठाकरे ने कहा कि जिले में 'चेस द वायरस' के तहत अधिक से अधिक लोगों की जांच होनी चाहिए। इस अभियान से संक्रमितों को रोकने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए एनजीओ और स्वास्थ से जुडी संस्थाए आगे रही हैं, जो बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन और जनता एक साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, हम जो कर रहे हैं, वह जनता के हित में है। यही कारण है कि इस लड़ाई को चारों तरफ से समर्थन मिल रहा है। इससे काम की गति बढ़ गई है। कोरोना की दवा अभी तक नहीं मिली है।
टेस्टिंग बढ़ाई, टेस्टिंग केंद्र भी बढ़ाए
ठाकरे ने कहा कि टेस्टिंग की संख्या के साथ-साथ राज्य में कोरोना टेस्टिंग केंद्र भी बढ़ा दिए गए हैं। इसके अलावा राज्य के लिए यह बहुत गर्व की बात है कि कोरोना से निपटने के लिए अनेक सामाजिक संगठन आगे आकर सरकार की मदद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जारी लॉकडाउन में कुछ चीजों में ढील दी गई। दिन-प्रतिदिन के कार्यों को सुव्यवस्थित करने के प्रयास हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों की बड़ी भूमिका है। ठाकरे ने संक्रमितों को रोकने के लिए सख्त योजना बनाने की सलाह दी। मृत्यु दर को कम करने के लिए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि धारावी और वर्ली जैसे इलाकों में कोरोना को रोकने में सरकार ने बड़ी जीत हासिल की है, इसलिए संक्रमितों की जांच और उसके बाद उपचार करने की आवश्यकता है। अहमदनगर जिले में भी हमें मिशन जीरो के तहत 'चेस द वायरस' करना चाहिए। हमने जिले में डॉक्टरों की एक टास्क फोर्स बनाई है। इस टास्क फोर्स ने अपना काम शुरू कर दिया है। इस कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, मंत्री हसन मुश्रीफ सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार कोरोना संकट का डटकर सामना कर रही है। शनिवार को मिशन जीरो के तहत धूत चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बनाए गए अत्याधुनिक 25 बेड के आईसीयू अस्पताल का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शुभारंभ करने के बाद उन्होंने यह बात कही। ठाकरे ने कहा कि जिले में 'चेस द वायरस' के तहत अधिक से अधिक लोगों की जांच होनी चाहिए। इस अभियान से संक्रमितों को रोकने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए एनजीओ और स्वास्थ से जुडी संस्थाए आगे रही हैं, जो बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन और जनता एक साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, हम जो कर रहे हैं, वह जनता के हित में है। यही कारण है कि इस लड़ाई को चारों तरफ से समर्थन मिल रहा है। इससे काम की गति बढ़ गई है। कोरोना की दवा अभी तक नहीं मिली है।
टेस्टिंग बढ़ाई, टेस्टिंग केंद्र भी बढ़ाए
ठाकरे ने कहा कि टेस्टिंग की संख्या के साथ-साथ राज्य में कोरोना टेस्टिंग केंद्र भी बढ़ा दिए गए हैं। इसके अलावा राज्य के लिए यह बहुत गर्व की बात है कि कोरोना से निपटने के लिए अनेक सामाजिक संगठन आगे आकर सरकार की मदद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जारी लॉकडाउन में कुछ चीजों में ढील दी गई। दिन-प्रतिदिन के कार्यों को सुव्यवस्थित करने के प्रयास हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों की बड़ी भूमिका है। ठाकरे ने संक्रमितों को रोकने के लिए सख्त योजना बनाने की सलाह दी। मृत्यु दर को कम करने के लिए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि धारावी और वर्ली जैसे इलाकों में कोरोना को रोकने में सरकार ने बड़ी जीत हासिल की है, इसलिए संक्रमितों की जांच और उसके बाद उपचार करने की आवश्यकता है। अहमदनगर जिले में भी हमें मिशन जीरो के तहत 'चेस द वायरस' करना चाहिए। हमने जिले में डॉक्टरों की एक टास्क फोर्स बनाई है। इस टास्क फोर्स ने अपना काम शुरू कर दिया है। इस कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, मंत्री हसन मुश्रीफ सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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