सिडनी
आस्ट्रेलिया के आक्रामक सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके गिने-चुने दिन बचे हैं और वह अपनी आक्रामकता पर नियंत्रण रखने का रवैया बरकरार रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि आगामी श्रृंखला में वह भारतीय खिलाड़ियों पर छींटाकशी का प्रयास करने की जगह उनकी अनदेखी करेंगे। वार्नर ने 27 नवंबर से भारत के खिलाफ शुरू हो रही वनडे सीरीज से पहले अपनी बल्लेबाजी पर बात करते हुए कहा, मैं हाल में 34 बरस का हुआ हूं, इसलिए 30 बरस की उम्र की तुलना में मेरे दिन गिने-चुने बचे हैं। बेशक इससे जोखिम जुड़ा है, लेकिन साथ ही समझदारी भरा क्रिकेट भी। मैदान पर कई बार भिड़ंत का हिस्सा रहे वार्नर ने कहा कि अगर भारतीय खिलाड़ी उनके साथ छींटाकशी करने का प्रयास करेंगे तो वह इसकी अनदेखी करने को प्राथमिकता देंगे।
जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में जीवन आसान नहीं
डेविड वार्नर ने सोमवार को स्वीकार किया कि कोविड-19 महामारी के बीच जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में रहते हुए क्रिकेट खेलने का उनके पारिवारिक जीवन पर असर पड़ा है और अब उनका मुख्य लक्ष्य अगले दो टी-20 विश्व कप में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना है। वार्नर ने स्वीकार किया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के रूप में पिछले छह महीने काफी मुश्किल रहे। उन्होंने साथ ही अगले 12 महीने में आस्ट्रेलिया की ओर से निश्चित संख्या में श्रृंखलाओं में खेलने की प्रतिबद्धता जताने से भी इनकार कर दिया। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच आगामी श्रृंखला के आधिकारिक प्रसारणकर्ता सोनी की ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में वार्नर ने कहा, 'ऐसा करना काफी मुश्किल है। पिछले छह महीने काफी चुनौतीपूर्ण रहे। जैविक रूप से सुरक्षित माहौल और परिवार के बिना रहने का आदी होने का प्रयास करना था'। उन्होंने कहा, 'प्रत्येक खिलाड़ी ने अलग हालात का सामना किया। अगर आप कैलेंडर देखो तो अगले 12 महीने काफी मुश्किल हैं, निश्चित तौर पर ऐसा समय आएगा जब आप अपने परिवार में साथ समय बिताना चाहोगे'।
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