प्रयागराज
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राष्ट्र निर्माण के अपने सतत लक्ष्य के साथ ही परम वैभव समाज की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में बढ़ने जा रहा है। एक ऐसा समाज जहां किसी को कोई दुख न हो और सभी एक-दूसरे के सहयोग में जुटें हों। प्रयागराज में रविवार को संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की दो दिवसीय बैठक की शुरुआत हुई। उद्घाटन सत्र के संबोधन में संघ प्रमुख ने पदाधिकारियों को संदेश दिया कि स्वयंसेवकों को समरसता से परिपूर्ण समाज के निर्माण में लगाएं। दूरगामी योजनाओं को लेकर आत्मनिर्भर भारत के लिए स्वयंसेवक खुद को समाज के लिए समर्पित कर दें। जिला मुख्यालय से करीब 28 किमी दूर गौहनिया में वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल में संघ की बैठक में चार सत्रों में चर्चा हुई। इसमें आरएसएस के काशी, कानपुर, अवध और गोरक्ष प्रांत के 31 प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए। इस दौरान कोरोना काल में चारों प्रांतों की तरफ से किए गए सेवा कार्यों की समीक्षा बारी-बारी से की गई। सूत्रों के अनुसार उद्घाटन सत्र में संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों को चौबीसों घंटे समाज के लिए उपलब्धता बनाए रखने का आवाहन किया। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संघ को समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप सेवाकार्य में अधिकाधिक जोड़ने पर बल दिया। देश की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए स्वयंसेवकों से अपील की है कि वे अपनी जीवन शैली और व्याप्तता को समाज की जरूरतों के अनुसार तय करें। बैठक में सर कार्यवाह भैयाजी जोशी, सह सरकार्यवाह कृष्णगोपाल, दत्तात्रेय होसबोले, डॉ. मदनमोहन, मुकुंद के अलावा अखिल भारतीय अधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी, अनिल ओक व अजीत महापात्रा के अलावा चारों चारों प्रांत के प्रांत प्रचारक, प्रांत कार्यवाह, प्रांत संघचालक आदि शामिल रहे।
संघ प्रमुख से सीएम ने की मंत्रणा: सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज पहुंचकर संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की। सीएम और संघ प्रमुख के बीच करीब 45 मिनट तक वार्ता हुई। जिसमें कोरोना से लेकर लव जिहाद पर बनने वाले कानून पर चर्चा होने का अनुमान है। इस दौरान सर कार्यवाह भैया जी जोशी भी मौजूद रहे।
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