नई दिल्ली
नगरोटा में आतंकियों की मंशा को ध्वस्त करने के बाद अब भारत पूरे प्रकरण में पाकिस्तान की भूमिका को पूरी दुनिया के सामने लाने की मुहिम में जुट गया है। नगरोटा हमले में मारे गये आतंकियों ने जो सबूत छोड़े हैं और भारतीय खुफिया एजेंसियों ने जो सबूत बरामद किया है उसे दुनिया के तमाम देशों के सामने लाया जा रहा है। इस कोशिश की कमान स्वयं विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने संभाल ली है।
श्रृंगला ने रूस, अमेरिका, ब्रिटेन व फ्रांस के राजदूतों को बुला कर दी जानकारी
उन्होंने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के चार स्थाई सदस्यों के नई दिल्ली स्थित राजदूतों को नगरोटा हमले की साजिश से जुड़ी जानकारी मुहैया कराई। चीन के राजदूत को इस ब्रीफिंग में शामिल नहीं किया गया।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि हाल के दिनों में विदेशी मिशनों के साथ बातचीत काफी हद तक कोविड महामारी को लेकर सीमित रही है, लेकिन नगरोटा हमले की साजिश की संवेदनशीलता को देखते हुए भारत ने इस बारे में सारी जानकारी दूसरे देशों से साझा कर रहा है। कोविड की वजह से छोटे-छोटे समूहों में विदेशी राजनयिकों को ब्रीफिंग दी जा रही है।
विदेश सचिव ने अमेरिका, रूस, ब्रिटेन व फ्रांस के राजनयिकों को ब्रीफिंग दी है तो दूसरे सचिव अपने क्षेत्र के राजनयिकों को इस बारे में सूचना उपलब्ध करा रहे हैं। कोशिश यह है कि ज्यादा से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ यह जानकारी साझा की जाए।
भारत नगरोटा हमले की साजिश से जुड़ी हर छोटी बड़ी जानकारी मसलन किस तरह से आतंकवादियों ने कश्मीर में प्रवेश किया, उनके पास कैसे हथियार थे और उनके पास पाकिस्तान से कैसे संपर्क थे, उपलब्ध करा रहा है।
नगरोटा हमले में मारे गये आतंकी पाक स्थित आतंकी संगठन जैश के थे
भारत यह भी बता रहा है कि स्थानीय पुलिस व खुफिया एजेंसियों ने जो हथियार व अन्य साजो-समान पकड़े हैं, वो कैसे बता रहे हैं कि मारे गये आतंकियों के संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के साथ थे।
भारत में बड़ा आतंकी हमला करने की थी साजिश
सूत्रों का कहना है कि मारे गये आतंकियों की पूरी तैयारी भारत में फरवरी , 2019 में किये गये पुलवामा हमले की तरह ही एक बड़ा आतंकी हमला करने की थी। इस हमले से आतंकी एक तो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू व कश्मीर में चल रहे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को धवस्त करना चाहते थे दूसरा वर्ष 2008 के मुंबई हमले की बरसी पर संदेश भी देना चाहते थे।
इससे पहले प्रधानमं त्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके इस साजिश के पीछे पाकिस्तान का नापाक हाथ होने की जानकारी दुनिया को बता चुके हैं। नरेंद्र मोदी की रणनीति के तहत ही अब पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब करने की मुहिम चलाई जा रही है। भारत की इस मुहिम के चलते अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी में पाकिस्तान को खासकर आर्थिक मामले में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है,जबकि टीम इमरान को डर है कि कहीं भारत पीओके पर हमला ना कर दे।
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