मुंबई
मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर बिना फास्टटैग के फास्टटैग लेन से सफर करने वाले वाहन चालकों से नवंबर महीने से दो गुना टोल वसूला जा रहा है। अब तक तीन हजार वाहन चालकों के खिलाफ यह कार्रवाई की जा चुकी है। इस मार्ग पर रोजाना हजारों की संख्या में वाहन चलते हैं। टोल नाकों पर पैसों का नकद भुगतान करने के दौरान काफी समय लगता है, इसके चलते टोलनाकों पर वाहनों की लंबी कतारें लग जातीं हैं।
इसी देरी से बचने के लिए वाहनों पर फास्टटैग लग ाना अनिवार्य कर दिया गया है। जिन वाहनों पर फास्टटैग स्टीकर नहीं है, अब उन्हें दोगुना टोल भरना पड़ रहा है। राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण (एनएचए) के इस फैसले पर हर जगह अमल शुरू हो गया है। एक नवंबर 2020 से मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर भी इसे लागू कर दिया गया है। फिलहाल बिना फास्टटैग वाले वाहनों के लिए अलग लेन है, लेकिन उसमें भीड़ ज्यादा रहती है, इसीलिए कई लोग फास्टटैग लेन खाली देखकर उससे गाड़ी निकालने की कोशिश करते हैं। ऐसा करने वाले तीन हजार वाहन चालकों से अब तक सात लाख रुपए जुर्माना वसूला जा चुका है। मुंबई पुणे एक्सप्रेस वे पर कुल 16 लेन हैं, इनमें से 12 फास्टटैग लेन के लिए आरक्षित है। अगर फास्टटैग का रिचार्ज खत्म हो गया हो और पर्याप्त पैसे न हों तो वाहन चालकों को दूसरी लेन का इस्तेमाल करना होता है।
Post a comment