पटना
बिहार विधानमंडल सत्र के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की उम्मीद में बैठे विधायकों की सांसें अटकी हुई हैं । पखवारे भर पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पद की शपथ ली थी। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के विधायकों को बताया गया कि जल्द ही कैबिनेट का विस्तार होगा। यह रिवाज भी रहा है। आम तौर पर मुख्यमंत्री कम मंत्रियों के साथ शपथ लेते हैं। बाद में विस्तार होता है। अनुमान लगाया जा रहा था कि विधानसमंडल सत्र समाप्त होने के बाद नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। सत्र समाप्त हुए भी सप्ताह बीत गए। अब खरमास से पहले विस्तार की उम्मीद की जा रही है।
मंत्रिमंडल विस्तार पर आधिकारिक बयान नहीं
मंत्रिमंडल विस्तार पर अबतक किसी की आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। तीन दिन पहले राजधानी में आयोजित एक उद्घाटन समारोह में पत्रकारों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया। उनका छोटा सा जवाब था- इंतजार कीजिए। इसके अलावा मुख्यमंत्री या अन्य घटक दलों के नेताओं की ओर से मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में कुछ नहीं कहा जा रहा है। इसके चलते विधायकों की सांसे अटकी हुई हैं। बिहार विधानसभा के सदस्यों की संख्या 243 है। कुल कुल सदस्य संख्या के 15 प्रतिशत विधायक मंत्री बन सकते हैं। इस लिहाज से बिहार कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 36 सदस्य शामिल हो सकते हैं। लिहाजा, राज्य कैबिनेट में 20 से अधिक नए सदस्यों के शामिल होने की गुंजाइश है।
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