पटना
बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति को लेकर अकसर सवाल उठाए जाते रहे हैं। ऐसे में सरकार और प्रशासन इस मामले में बेहद गंभीर हो गया है। इस बीच सूबे में मुफ्त जीवन रक्षक दवा वितरण कार्यक्रम में बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। मामले में जिम्मेदार 21 जिलों के डॉक्टरों और कर्मचारियों का वेतन रोक दिया गया है। साथ ही उनसे इस मामले को लेकर जवाब भी मांगा गया है। सिविल सर्जन को खास निर्देश दिया गया है कि आरोपों पर दोषी पाए जाने वाले संबंधित अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
फ्री दवाओं के वितरण में लापरवाही पर कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, बिहार के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त जीवन रक्षक दवाओं के वितरण का कार्यक्रम चल रहा है। जिसमें करीब 300 प्रकार की दवाएं मरीजों को फ्री में उपलब्ध करवाई जाती हैं। इन दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने लिए संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की गई। इसकी मॉनिटरिंग ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (डीवीडीएमएस) से होती है।
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