मोतिहारी
मोतिहारी में किसान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि देश की जनता के नकारे राजनेता आज किसानों को बरगला रहे हैं। दिल्ली की सीमा से सटे चल रहा आंदोलन किसानों का नहीं है, बल्कि यह आंदोलन कम्युनिस्ट नेताओं का है, जिन्हें जनता ने नकार दिया है। अब ये लोग आंदोलन के जरिए अपनी खोयी जमीन की तलाश में जुटे हैं। दरअसल, केन्द्र सरकार के किसान बिल के समर्थन में आम लोगों को जानकारी देने के लिए मोतिहारी में किसान चौपाल सह सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन को मोतिहारी के राजेन्द्र नगर भवन परिसर में आयोजित किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधामोहन सिंह ने किया। किसान सम्मेलन में आए जिले के किसानों को संबोधित करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि किसानों के आय को बढ़ाने के लिए मोदी सरकार नए किसान कानून को लाई है। लेकिन विपक्ष को किसानों के हित से ज्यादा अपनी सेहत खराब होती नजर आ रही है। जिस वजह से वे किसानों को बरगला रहे हैं और अपनी राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्वी चम्पारण के सांसद राधामोहन सिंह ने कहा कि किसानों की जमीन पर लाल झंडा लगाकर फसल को लूटने और खेतों पर कब्जा जमाने वाले आज किसान हित की बात करते हैं।
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