अक्टूबर में 1.38 लाख करोड़ रुपये हुआ
नई दिल्ली
बिजली उत्पादक कंपनियों का डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों (डिस्कॉम) पर बकाया अक्टूबर माह में 29 प्रतिशत बढ़कर 1.38 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यह अक्टूबर 2019 में 1.06 लाख करोड़ रुपए रहा था। बकाए का यह आंकड़ा सेक्टर में मुश्किल हालात को दर्शा रहा है। बकाए के आंकड़े प्राप्ति पोर्टल द्वारा जारी किए गए हैं। बता दें कि जनरेटर और डिस्कॉम के बीच बिजली ट्रांजेक्शन में पारदर्शिता के लिए मई 2018 में प्राप्ति पोर्टल को लांच किया गया था। अक्टूबर माह में डिस्कॉम को बकाए के भुगतान के लिए बिजली उत्पादकों कंपनियों ने 45 दिनों के ग्रेस पीरियड में भी दिया था। इसके बावजूद भी डिस्कॉम पर बकाए का कुल 1.25 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 93.55 हजार करोड़ रुपये रहा था। क्योंकि डिस्कॉम ने ग्रेस पीरियड में भुगतान नहीं किया। जारी डेटा के मुताबिक, डिस्कॉम पर कुल बकाए का यह आंकड़ा सितंबर माह के 1.36 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक है।
सरकारी कंपनियों का बकाया
बिजली उत्पादक कंपनियों का ज्यादा बकाया राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, झारखंड, हरियाणा और तमिलनाडु राज्यों के डिस्कॉम पर है। डेटा के मुताबिक, अक्टूबर माह में कुल बकाए 1.25 लाख करोड़ रुपये में प्राइवेट बिजली उत्पादन कंपनियों की हिस्सेदारी 34.19 प्रतिशत और सरकारी कंपनियों की हिस्सेदारी 34.57 प्रतिशत है।
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