नई दिल्ली
रूपा पब्लिकेशन हाउस कीओर से पूर्वराष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संस्मरणों वाली नई किताब द प्रेजिडेंशियल इयर्स' को छापे जाने की घोषणा के बाद दिवंगत नेताके बच्चोंमें मतभेद उभर आए हैं। पूर्वराष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने मंगलवार को पब्लिकेशन हाउससे किताब का प्रकाशन रोकने को कहा। उन्होंने कहा कि वह एक सामग्रीको देखना और अप्रूव करना चाहते हैं। इस बीच उनकी बहन और कांग्रेसपार्टीकी प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा किउनके पिता किताब को अप्रूवकर चुके थे। साथही उन्होंने अभिजीत को सस्ती लोकप्रियतासे बचने की नसीहत दी है।
उन्होंने कहा कि जारी किए गए अंश 'मोटिवेटिड' थे और पूर्वराष्ट्रपतिने इनके लिए मंजूरी नहीं दी होगी। उन्होंने पब्लिकेशन ग्रुप रूपा बुक्ससे इस किताब के प्रकाशन को रोकने के लिए कहा है। अभिजीत मुखर्जी ने अपने ट्वीट में प्रकाशक कपीश मेहराको संबोधित करते हुए कहा कि चूंकि मेरे पिता अब नहीं रहे, इसलिए मैं उनके बेटे के रूप में पुस्तक कीअंतिम प्रतिकी सामग्री से गुजरना चाहता हूं। मेरे पिता अगर जिंदा होते तो वह भी ऐसा ही करते। उन्होंने लिखा, आपसे अनुरोध है किजब तक मैं इसकी सामग्रीको मंजूरी न दूं और लिखित में अपनी सहमतिन दूं तब तक आप इसका प्रकाशन रोक दीजिए। हालांकि, नाम न छापने की शर्तपर एक अधिकारीने बताया कि खुद प्रणब मुखर्जी ने न केवल पांडुलिपिके अंतिम मसौदे को मंजूरीदी थी, बल्किअस्पताल में भर्ती होने से एक दिन पहले कवर को भी मंजूरी दी थी।
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