मुंबई
मुंबई पुलिस ने दो अलग अलग मामलों की जांच करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक सायन अस्पताल का सहायक अधिष्ठाता है। आरोपियों ने एमबीबीएस और एमडी में एडमिशन दिलाने के नाम पर शिकायतकर्ता से पैसों की मांग की थी। जांच में पैसे लेने की पुष्टि होने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। एमडी में एडमिशन के लिए पचास लाख रुपए की मांग की थी, जबकि एमबीबीएस में सरकारी कोटे से एडमिशन के लिए 30 लाख रुपये मांगे गए थे। पहले मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम राकेश राम नारायण वर्मा (54) है। राकेश सायन अस्पताल में सहायक अधिष्ठाता के पद पर कार्यरत हैं। अलीशा अब्दुला शेख नामक महिला ने आरोप लगाया है कि राकेश वर्मा ने एमडी में एडमिशन दिलवाने के लिए पचास लाख रुपये की मांग की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 के तहत आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला है कि आरोपी 21 लाख 10 हजार रुपए अलीशा के पिता के अकाउंट से हाशिल किया। इसके बाद और जांच की गई तो पता चला कि आरोपी ने शिकायतकर्ता से एडमिशन दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपया िलया है। हालांकि मामले की जांच सायन पुलिस द्वारा की जा रही है। वहीं दूसरे मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने शिकायतकर्ता राजीव रामनाथ पांडेय से 30 लाख रुपए एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के लिए लिया। पांडेय ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि हिमांशु शुक्ला, निखिल श्रीवास्तव, सतीश सेन और डॉ कौशिक मेहता ने शिकायतकर्ता से 30 लाख रुपए नकद और एक लाख तीन हजार 300 रुपये का डीडी एमवीजीएम के नाम से लिया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 420, 34 के तहत एफआईआर दर्ज किया।
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