नई दिल्ली
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डीने कहा है कि कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान सरकार प्राइवेट सुरक्षा गार्ड्स की मदद ले सकती है। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा है- प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड इंडस्ट्रीका कोरोना वैक्सिनेशन में बड़ा रोल रहने वाला है। ये एक बहुत बड़ा कार्यक्रम होगा। देश की 130 करोड़ जनता का टीका करण किया जाना है। ऐसे में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड्स सुरक्षा और वितरण में मदद कर सकते हैं।
‘हम मानते हैं देश की सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा’
इसके अलावा रेड्डीने कोरोना महामारी के दौरान अपनी सेवाएं देने के लिए भी प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्रीकी सराहना की है और यही वजह रही कि इन्हें भी मूलभूत सेवाओं में रखे जाने की सोची जा रही है। उन्होंने कहा-कोरोना के दौरान प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड हर जगह मौजूद थे, चाहे वह कोई प्राइवेट अस्पताल हो, बैंक हो या फिर कोई संस्था। गार्ड्सने कोरोना के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर काम किया। हम प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री को देश की सुरक्षा व्यवस्था के हिस्से के तौर पर देखते हैं। और यही वजह है किगृह मंत्रालय इसे प्रमोट और मजबूत करने के लिए कई कदम उठा रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना टीका करण के पहले फेज के लिए भारत को 1.8 बिलियन डॉलर यानी तकरीबन 13 हजार करोड़ रुपए खर्च करने पड़सकते हैं। यह बात अंतर राष्ट्रीय संस्था के आंकड़ों में सामने आई है।
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