नई दिल्ली
दिल्ली सरकार ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के 10वीं और 12वीं के बोर्ड क्लासों के स्टूडेंट्स को स्कूल बुलाने की अनुमति दे दी है। इसके लिए शिक्षा निदेशालय का आदेश जारी हो गया है। स्कूल इन स्टूडेंट्स को प्री बोर्ड की तैयारी और प्रैक्टिकल वर्क के लिए बुला सकते हैं। 10वीं व 12वीं के बच्चे अभिभावकों की मंजूरी के बाद स्कूल आ सकेंगे। इसके अलावा कोविड-19 से जुड़ी हर गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा।
सभी स्कूलों को शिक्षा निदेशालय ने एक सकुलर जारी किया है। इस आदेश में कहा गया है कि प्री बोर्ड की तैयारी और प्रैक्टिकल वर्क के लिए सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के हेड स्टूडेंट्स को 18 जनवरा 2021 से स्कूल बुला सकते हैं। सकुलर में यह भी लिखा है कि बच्चे को अभिभावकों की मंजूरी के बाद ही बुलाया जाएगा और बच्चे के स्कूल आने पर कोविड-19 से बचाव के लिए सभी बातों का ध्यान रखा जाएगा। बच्चों को आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। सरकार से इस संबंध में एक मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) भी जारी की गई है, जिसका पालन सभी स्कूलों को करना होगा। कौन से बच्चे स्कूल आ रहे हैं, इसका रिकॉर्ड रखना होगा मगर इसे हाजिरी के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
एसओपी के अनुसार, स्कूल कैंपस में कोरोना के लक्षण वाले किसी बच्चे-कर्मचारी को आने की इजाजत नहीं होगी। प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य होगी। स्कूल के प्रवेश, क्लासरुम, प्रयोगशाला और जन सुविधाओं वाली जगहों पर हाथ सैनिटाइजेशन का इंतजाम अनिवार्य है। केवल कंटेनमेंट जोन के बाहर केू स्कूल ही खुलेंगे। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन में रहने वाला कोई भी शख्स स्कूल नहीं आ सकेगा। कक्षाओं और प्रयोगशालाओं में इंतजाम इस तरह से करना होगा कि कोविड के दिशा-निदेर्श टूटने न पाए। कर्मचारी को भी समय सारिणी के हिसाब से बुलाया जा सकता है। आपको बता दें कि कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए राजधानी में पिछले साल मार्च से स्कूल बंद है। इन 10 महीनों में यह पहली बार है जब राष्ट्रीय राजधानी में बच्चे कैंपस में आएंगे। इस साल 12वीं की प्री बोर्ड परीक्षाएं तीन मार्च से 15 अप्रैल के बीच आयोजित की जाएंगी। वहीं 10वीं क्लास की प्री बोर्ड परीक्षाएं एक अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच आयोजित की जाएंगी। सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं तीन मई से 10 जून के बीच आय़ोजित की जाएंगी। इससे पहले जनवरी के पहले सप्ताह में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि वो इस बात पर विचार कर रहे हैं कि फिर से स्कूलों को जल्दी कैसे खोला जाए, खासकर बोर्ड परीक्षा कक्षाओं के लिए। वहीं नवंबर के अंतिम सप्ताह में दिल्ली के शिक्षा मंत्री ने कहा था कि जब तक वैक्सीन नहीं आती है तब तक स्कूल नहीं खुलेंगे। आपको बता दें कि अन्य राज्यों में भी स्कूल खुल गए हैं। बिहार में चार जनवरी से स्कूल खोल दिए गए हैं। ओडिशा ने अाठ जनवरी से 10वीं 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने की इजाजत दे दी थी।
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