नई दिल्ली
राम मंदिर को लेकर देश में कितनी उत्सुकता है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मंदिर निर्माण के लिए दो दिनों में 100 करोड़ का दान मिल चुका है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि हमें कार्यकर्ताओं के माध्यम से इस बात की जानकारी मिली है। हालांकि, यह जानकारी अभी मुख्यालय तक नहीं पहुंची है।
गौरतलब है कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या में भव्य मंदिर के निर्माण के लिए जनसंपर्क और योगदान अभियान चला रहा है, जो 27 फरवरी तक चलेगा। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए दान राशि एकत्रित करने के अभियान की शुरुआत हाल ही में हुई। अभियान के शुरू होते ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंदिर निर्माण के लिए पांच लाख रुपए से ज्यादा दान दिया। वहीं, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के परिवार ने भी मंदिर के निर्माण के लिए पांच लाख रुपए से अधिक की राशि दान दी।
जानकारी के मुताबिक, पहले दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित वाल्मीकि मंदिर में एक पूजा की। सबसे बड़ा योगदान रायबरेली जिले के बैसवाड़ा के तेजगांव के पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह का रहा। उन्होंने विहिप के उपाध्यक्ष एवं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय को 1,11,11,111 रुपए का चेक दिया। विश्व हिंदू परिषद राम मंदिर निर्माण आंदोलन में सबसे आगे रही है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास ने मंदिर निर्माण के लिए धन एकत्रित करने के लिए विहिप को अधिकृत किया है। विहिप के कार्यकारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि विहिप ने मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह हेतु अपना अभियान शुरू कर दिया है। इसकी शुरुआत देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार की ओर से 5,00,100 रुपये की राशि प्राप्त करने से हुई।
जानकारी के मुताबिक, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की पत्नी ऊषा नायडू पहले ही मंदिर के निर्माण के लिए पूरे परिवार की ओर से 5,11,116 रुपये का योगदान दे चुकी हैं। राष्ट्रपति से दान प्राप्त करने के लिए मंदिर न्यास के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि, विहिप के आलोक कुमार, ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा और आरएसएस के दिल्ली नेता कुलभूषण आहूजा ने राष्ट्रपति भवन में कोविंद से मुलाकात की। विहिप के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से भी मुलाकात की और मंदिर निर्माण के लिए दान के रूप में 1।21 लाख रुपये प्राप्त किए, जबकि राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी 1।51 लाख रुपये का योगदान दिया।
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