मुंबई
हाल ही में मंत्रालय की दूसरी मंजिल से कूदकर दो शिक्षकों ने आत्महत्या करने का प्रयास किया था। दोनों शिक्षकों को पुलिस ने बाल-बाल बचाया। आत्महत्या करने के प्रयास में मुंबई की सेशन कोर्ट ने उन्हें 15 दिनों की जेल की सजा सुनाई है। इसके अलावा दोनों शिक्षकों पर जुर्माना भी लगाया गया हैं। दोनों शिक्षकों के नाम क्रमशः अरुण नेरट और हेमंतराव पाटिल हैं। बता दें कि अरुण नेरट और हेमंतराव पाटिल दिव्यांग स्कूलों के लिए धनराशि की मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार द्वारा उनकी मांगो की अनदेखी देख उन्होंने मंत्रालय की इमारत से कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। इस घटना में मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने दोनों शिक्षकों को इस प्रयास में बचा लिया था। पुलिस के अनुसार दोनों शिक्षक मंत्रालय में लगे जाल पर गिरे, जिससे उनकी जान बच गई। इस मामले में एक अधिकारी ने बात करते हुए बताया कि दोनों शिक्षक उस प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के तौर पर मंत्रालय आए थे, जो स्कूलों के लिए अनुदान की मांग कर रहे थे। इस घटना के बाद पुलिस ने बताया कि नायलॉन सुरक्षा जाल पिछले वर्ष मंत्रालय में एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने के बाद ऐसी घटनाएं रोकने के लिए लगाया गया था। गत वर्ष फरवरी में 45 वर्षीय एक व्यक्ति ने मंत्रालय की पांचवीं इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इस व्यक्ति को उसकी बहन की हत्या का दोषी ठहराया गया था और वह 10 जनवरी से पैरोल पर था। उससे एक दिन पहले एक बेरोजगार व्यक्ति (32) ने इमारत के बाहर आत्महत्या का प्रयास किया था।
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