झांसी
जिले में रविवार को स्ट्रॉबेरी महोत्सव की शुरूआत हुई। इसका आगाज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से वर्चुअली किया। यह महोत्सव 16 फरवरी तक एक माह चलेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने उस किसान को याद किया, जिसने अपने घर की छत से स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की थी। योगी ने कहा कि यहां की भूमि में सोना उगलने की क्षमता है, लेकिन इस प्रतिभा को उचित मंच नहीं मिल पा रहा था। यहां हर एक नागरिक में कार्य करने की दृढ़ इच्छाशक्ति है।
योगी ने कहा कि एक माह तक चलने वाला स्ट्रॉबेरी महोत्सव चमत्कार से कम नहीं है। अब यह एक महोत्सव के रूप में पूरे झांसी व बुंदेलखंड में एक नई पहचान दिलाने का काम करेगा। झांसी के रहने वाले हरजीत सिंह चावला की बेटी गुरलीन चावला पुणे में लॉ की पढ़ाई कर रही थी। लेकिन जब कोरोना महामारी ने बीते साल मार्च माह में देश में तेजी से पांव पसारे तो वह घर लौट आई। पिता हरजीत सिंह गार्डेनिंग के शौकीन हैं। उन्होंने अपनी छत पर कई तरह की सब्जियां और स्ट्रॉबेरी उगा रखी थी। बेटी गुरलीन ने देखा तो वह काफी खुश हुई। उसका ज्यादातर समय छत पर बने बागीचे में
बीतने लगा। एक दिन गुरलीन ने अपने पिता से कहा कि आप मुझे अगर कुछ जमीन उपलब्ध करा सकें तो जो शुद्ध ओर्गानिक सब्जियां हम खा रहे हैं। उसका लाभ मैं दूसरों तक भी पहुंचा सकती हूं। पिता हरजीत सिंह चावला ने बेटी का उत्साह बढ़ाया और उसके काम में सहयोग किया। वर्तमान में हरजीत और उनकी बेटी ने मिलकर डेढ़ एकड़ भूमि पर स्ट्रॉबेरी की खेती की है। जिस पर करीब तीन लाख रुपए का खर्चा आया। अनुमान है कि 10 हजार किलो का उत्पादन होगा। जिसका रेट बाजार 100 रुपए प्रति किलो है। हरजीत ने एक संस्था का भी गठन किया जिसका नाम झाांसी आर्गेनिक है।
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