नई दिल्ली
जोरदार िरटर्न मिलने से निवेशकों का आकर्षण ईटीएफ और इंडेक्स के प्रति बढ़ा है। नवंबर महीने में इंडेक्स में 2.23 खरब रुपए का निवेश हुआ। जब भी ईटीएफ या इंडेक्स फंड में निवेश करें, तो उससे पहले उसका इतिहास देंखे। पिछले कुछ सालों में मिले रिटर्न की तुलना करें। इसके साथ यह भी देंखे कि इसका एक्सपेंस रेश्यो कम हो।
इंडेक्स में निवेश का क्या मतलब है?
इंडेक्स निवेश का मतलब है जब आप अपना निवेश मार्केट इंडेक्स जैसे सेंसेक्स और निफ्टी में लगाते हैं। इसमें हम किसी एक शेयर या म्यूचुअल फंड के जरिये निवेश नहीं करते हैं। यह आपको पूरे बाजार में मिले रिटर्न को देता है, क्योंकि सूचकांक शेयर बाजार का प्रतिनिधित्व करता है। यह शेयर बाजार में निवेश के जोखिम को भी कम करता है क्योंकि इंडेक्स किसी एक कंपनी या कंपनियों के समूह की तुलना में कम अस्थिर है।
बड़ी कंपनियों के शेयर में क्यों न निवेश किया जाए?
शेयर बाजार में अच्छी कंपनी का शेयर चयन करना बहुत ही मुश्किल है। जब आप किसी कंपनी का शेयर में निवेश करते हैं और वह नीचे चला जाता है तो आप ठगा हुआ महसूस करते हैं। इस साल बड़ी कंपनियों में डॉ. रेड्डी लैब्स ने जोरदार रिटर्न किया है। कंपनी के शेयर ने एक साल में निवेशकों को 82.67% का रिटर्न दिया है। वहीं, इंडसइंड बैंक के शेयर ने निवेशकों को -41.28% का रिटर्न दिया है। यानी शेयर का चयन करना इतना भी आसान नहीं है। कई बार पूरी रिसर्च टीम भी इसमें फेल हो जाती है।
क्या इंडेक्स में निवेश करना सही फैसला?
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि जब कंपनी बड़ी हो जाती है तब ही बेंचमार्क इंडेक्स बनाती है। यानी, कंपनी की बेहतरी साल निवेशकों से पीछे छूट जाता है। इसके चलते कंपनी का मूल्यांकन काफी बढ़ जाता है।
छोटे निवेशक इंडेक्स में कैसे निवेश कर सकता है?
आप एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) या इंडेक्स फंड के माध्यम से ऐसा कर सकते हैं।
इसके जरिये आप कम चार्ज देकर निवेश कर सकते हैं। ईटीएफ यूनिट्स को सीधे बाजार से खरीदा जा सकता है।
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