मुंबई
नौकरी दिलाने के नाम पर पैसों की ठगी करनेवाले चार आरोपियों को सायबर अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों को पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में तीन नाइजेरियन और एक सियेरा लिओन के नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ठगी के लिए जिस बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करते थे, जिसमें 64 भारतीय के अलावा दुबई और नाइजेरियाई बैंकों में एक एक खाते मिले हैं। आरोपियो ने ठगी से 10 करोड़ रुपए हांसिल किये हैं। आरोपियों ने 48 देश के 27 हजार नागरिकों की जानकारी इकट्ठा कर रखी है। मामले में विशाल मांडवकर नाम के चेंबूर में रहने वाले एक व्यक्ति ने 15 जनवरी को साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। मांडवकर ने पुलिस को बताया कि एक विज्ञापन देखकर उन्होंने कनाडा में स्थित हिलटन होटल में नौकरी का आवेदन किया। इसके बाद आरोपियों ने दावा किया कि उनकी नियुक्ति हो गई है। उन्हें नियुक्ति पत्र भेज दिया गया और कथित डिप्लोमैट से संपर्क करने को कहा गया जिसने वीजा फीस, यात्रा खर्च आदि के नाम पर उसने अलग-अलग बैंक खातों में 17 लाख 22 हजार रुपए भरा लिए। बाद में ठगी का एहसास होने पर मांडवकर ने मामले की शिकायत पुलिस से की। डीसीपी रश्मी करंदीकर की अगुआई में पुलिस की टीम ने छानबीन शुरू की और पाया कि ठगी का यह गोरखधंधा पुणे के उंड्री इलाके से चल रहा है। इसके बाद पुलिस की टीम ने यहां से ओगुनसाकिन ओलायेनी, सोटोमिवा थॉम्पसन, ओपेयेमी ओगुनमोरोटी और ऑगस्टीन विलियम्स नाम के आरोपियों को दबोच लिया।
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