मुंबई
मुख्यमंत्री ने पुणे-नासिक सेमी हाईस्पीड रेलवे परियोजना का प्रस्ताव कैबिनेट बैठक में पेश करने के निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में रेलवे लाइनों के काम में गति देना आवश्यक है। खासकर राज्य के अविकसित क्षेत्रों में रेलवे परियोजनाओं के लिए महाराष्ट्र लोहमार्ग आधारभूत विकास कंपनी (महारेल) ने योजना तैयार की है। सह्याद्री गेस्ट हाउस में पुणे-नासिक रेलवे परियोजना के संबंध में एक बैठक आयोजित की गई। इसमें मुख्यमंत्री बोल रहे थे। बैठक में उपमुख्यमंत्री अजित पवार, परिवहन मंत्री अनिल परब, परिवहन राज्य मंत्री सतेज पाटिल, मुख्य सचिव संजय कुमार, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अजोय मेहता आदि उपस्थित थे। इस दौरान जानकारी दी गई कि पुणे और नासिक दोनों जिले कृषि और उद्योग में समृद्ध और अग्रणी जिले हैं। इस रेल मार्ग से पुणे और नासिक के औद्योगिक क्षेत्र और तीर्थ स्थल के जुड़ने से शिर्डी जाने वाले यात्रियों को सुविधा मिलेगी। रेलवे लाइन बनने से क्षेत्र के आर्थिक विकास में तेजी आएगी और राजस्व में वृद्धि के साथ ही इस क्षेत्र में कृषि, पर्यटन, उद्योग, परिवहन और कृषि उत्पादों के निर्यात के विकास में मदद मिलेगी। एमआरआईडीसी के माध्यम से भविष्य में लागू होने वाली परियोजना के बारे में महारेल के व्यवस्थापकीय संचालक राजेश कुमार जैसवाल ने जानकारी दी। इसमें मुंबई-पुणे (हाई स्पीड रेलवे प्रोजेक्ट), रत्नागिरी-पुणे, औरंगाबाद-चालीसगांव, रोटेगांव-कोपरगांव,पुणे-औरंगाबाद,पुणे-नांदेड़, चिपलून-कराड़, वैभववाड़ी-कोल्हापुर परियोजनाएं शामिल हैं।
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