मुंबइ
अगले साल यानि 2022 में बृहन्मुंबई महानगरपालिका मुंबई (मनपा) में चुनाव को लेकर राज्य की सियासत गरमाई है। इसी बीच खबर आई है कि मनपा आर्थिक तंगी का सामना कर रही है। फिलहाल मनपा म्यूनिसिपल बॉन्ड के जरिए इस परेशानी को दूर करने का विचार कर रही है। हालांकि, कांग्रेस ने मनपा के इस हाल का जिम्मेदार शिवसेना को बताया है। मेयर किशोरी पेडणेकर ने शनिवार को जानकारी दी कि इसे लेकर आगे की चर्चा सोमवार को की जाएगी। इस दौरान मेयर पेडणेकर ने कहा है कि किसी भी सही तरीके से पैसे आने पर उसका स्वागत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि म्युनिसिपल बॉन्ड पर सोमवार को चर्चा की जानी है। वहीं, मेयर पेडणेकर के मुताबिक, मनपा की खराब आर्थिक हालत जीएसटी रिटर्न्स, प्रॉपर्टी टैक्स की वजह से हुई है। साथ ही उन्होंने कोरोना वायरस महामारी को भी मुश्किल हालात का जिम्मेदार बताया है। खास बात यह है कि मनपा को देश की सबसे अमीर महानगरपालिका माना जाता है।
फिलहाल क्या हैं हालात
साल 2022 में मनपा के चुनाव होने हैं। ऐसे में हर पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय होकर काम कराना चाहता है। वहीं, अगर मौजूदा आंकड़ों को देखें, तो मनपा के पास इस साल 33 हजार करोड़ रुपए का बजट है। इसके अलावा बैंक में 60 हजार करोड़ का डिपॉजिट मौजूद है। इधर, कांग्रेस ने भी म्यूनिसिपल बॉन्ड के प्रस्ताव का स्वागत किया है। बीएमसी आर्थिक बॉन्ड मतलब म्युनिसिपल स्टॉक मार्केट शेयर्स होता है। वहीं, पार्टी ने कमजोर आर्थिक स्थिति के आरोप शिवसेना पर लगाए हैं।
खास बात है कि कांग्रेस इस चुनाव के जरिए राज्य में अपना अस्तित्व बनाए रखने की कोशिशों में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी की सदस्य होने के बावजूद कांग्रेस ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। फिलहाल मनपा पर शिवसेना का दबदबा है। साल 2022 में 227 सीटों पर चुनाव होंगे।
गुडीपाडवा तक मुंबई से कोरोना होगा खत्म: पेडणेकर
गुडीपाडवा तक मुंबई से कोरोना का खात्मा हो जाएगा। पिछले वर्ष कोरोना के कारण गुडीपाडवा का उत्सव सिर्फ घरों में मनाया गया था। इस वर्ष हम सब एक साथ गुडीपाडवा त्योहार मनाएंगे। यह कहना है मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर का। उन्होंने कहा कि जिस तरह मुंबई में टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उससे पूरी उम्मीद है कि गुडीपाडवा तक मुंबई कोरोना मुक्त हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्रीयन नव वर्ष के रूप में गुडीपाडवा मनाते हैं। इस वर्ष 13 अप्रैल को गुडीपाडवा है। जबकि पिछले वर्ष 25 मार्च को गुडीपाडवा था। गुडीपाडवा के दिन देश में संपूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गुडीपाडवा से पहले कोरोना के कारण देश में लॉकडाउन लगा था। पेडणेकर ने कहा कि पिछले 10 महीने में जिस तरह से मुंबई में कोरोना पर काबू पाया गया है वह काबिले तारीफ है। मुंबई में वैक्सीनेशन कार्यक्रम जोर शोर से शुरू है, शुक्रवार को 4000 लोगों में से 92 प्रतिशत से अधिक ने वैक्सीन ली। उन्होंने कहा कि गुडीपाडवा से पहले मुंबई से कोरोना का खात्मा हो जाएगा। बीएमसी ने वैक्सीन लेने के लिए शर्तों में कुछ ढील दी है। कोविन ऐप की भी समस्या दूर हो गई है, इसके अलावा वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में जो शंका थी वह भी दूर हो रही है, जिससे लोग बड़ी संख्या में वैक्सीन लगावाने आगे आ रहे हैं।
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