मुंबइ
सीएसटीएम के पास कमजोर होकर गिरे जर्जर हिमालय ब्रिज के पुनर्निर्माण का कार्य अप्रैल महीने से शुरू करने का निर्णय मनपा ने लिया है। हिमालय ब्रिज दुर्घटना में सात लोगों की जान चली गई थी और 30 लोग जख्मी हुए थे। अब ब्रिज गिरने के दो साल बाद इसके दोबारा निर्माण का कार्य शुरू होगा। जिसको लेकर मनपा की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है।
ब्रिज को बनाने में 12 से 15 महीने का समय लग सकता है। बीएमसी को उम्मीद है कि दिसंबर 2021 से जून 2022 तक यह ब्रिज बन कर तैयार हो जाएगा। इसके निर्माण में कुल 6.40 करोड़ से 7 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है।
मनपा के एक अधिकारी ने बताया कि जून से मॉनसून शुरू हो जाएगा, इसलिए काम पूरा करने के लिए कम से कम पंद्रह महीने का समय लग सकता है। इसलिए हिमालय फुटओवर ब्रिज का काम वर्ष 2022 में ही पूरा होने की
उम्मीद है।
अधिकारी ने बताया कि हमने हेरिटेज डिपार्टमेंट द्वारा दिए गए सुझाए के अनुसार ब्रिज की डिजाइन में परिवर्तन भी किया है। हमारी कोशिश होगी कि ब्रिज निर्माण के दौरान ट्रैफिक (पैदल चलनेवालों व गाड़ियों के आवागमन) पर ज्यादा असर न पड़े। ब्रिज के निर्माण के समय सबसे ज्यादा प्रभावित होनेवाले डीएन रोड को भी गाड़ियों की आवाजाही के लिए नहीं बंद किया जाएगा। थोड़ा सा ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा सकता है। इस ब्रिज का निर्माण स्टील से किए जाने की योजना है। यह ब्रिज 30 मीटर लंबा और नौ मीटर चौड़ा होगा। बीएमसी ने ब्रिज पर तीन एंट्री व एक्जिट प्वाइंट बनाने का फैसला किया है। बीएमसी ब्रिज डिपार्टमेंट के चीफ इंजीनियर राजेंद्र कुमार तलकर ने कहा कि कॉन्ट्रेक्ट का प्रोसेस अंतिम चरण में है। हमारी कोशिश है कि सभी औपचारिकताएं जल्द से जल्द पूरी कर ब्रिज का काम शुरू हो जाए। जिससे ब्रिज समय पर बन कर तैयार हो जाए।
Post a comment