मुंबइ
महाराष्ट्र पुलिस को विवादास्पद वेब श्रृंखला ‘तांडव’ के बारे में एक शिकायत मिली है। राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को यह जानकारी दी। देशमुख ने यहां पत्रकारों से बातचीत में मांग की कि केन्द्र सरकार को ओवर द टॉप (ओटीटी) मंचों पर सामग्री को विनियमित करने के लिए एक कानून लाना चाहिए। अमेजॉन प्राइम वीडियो की श्रृंखला ‘तांडव’ पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने के आरोप लगाये गये हैं और इसके खिलाफ कुछ राज्यों में कई प्राथमिकी दर्ज हुई है। इसके निर्माताओं ने मंगलवार को विवादास्पद वेब श्रृंखला में बदलावों को लागू करने पर सहमति जताई थी। देशमुख ने कहा, ‘हमें शिकायत मिली है। हम प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करेंगे और औपचारिक रूप से कार्रवाई करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (उत्तर प्रदेश पुलिस) हमें सूचित किया था कि वहां एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और वे यहां जांच के लिए आएंगे।’ उत्तर प्रदेश में ‘तांडव’ के निर्माताओं और कलाकारों के खिलाफ लखनऊ, ग्रेटर नोएडा और शाहजहांपुर में तीन प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं।
यूपी पुलिस टीम पहुंची मुंबई
विवादास्पद वेब श्रृंखला ’तांडव’ के खिलाफ लखनऊ में दर्ज एक मामले की जांच करने के लिए उत्तर प्रदेश की चार सदस्यीय एक टीम बुधवार को मुंबई पहुंची। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश पुलिस टीम अमेजॉन प्राइम वीडियो की श्रृंखला के निर्माताओं और कलाकारों के बयान दर्ज कर सकती है। इस श्रृंखला पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप लगाये गये है। अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के कर्मी सुबह मुंबई पहुंचे और वे मदद के लिए उपनगरीय अंधेरी में पुलिस उपायुक्त (डिटेक्शन-1) के कार्यालय गये। उत्तर प्रदेश पुलिस टीम के दो सदस्य अपराह्र में दक्षिण मुंबई में मुंबई पुलिस मुख्यालय भी गये। मुंबई पुलिस मुख्यालय में उत्तर प्रदेश पुलिस के कर्मियों ने कहा कि उन्हें यहां अपने समकक्षों से सहयोग प्राप्त हो रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस टीम के एक अधिकारी ने कहा, ’हम मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों से मिलने आए थे, हम कुछ बताने के लिए अधिकृत नहीं हैं।’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने सोमवार को कहा था कि ’तांडव’ के निर्माताओं को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कीमत चुकानी पड़ेगी।
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