पटना
लाचार और बेबस लोग बीमारी की हालत में अस्पताल पहुंच रहे हैं और ओपीडी में डॉक्टर नहीं है। कितनी हैरान करने वाली बात है। ऐसे में मरीज कहां जाएंगे? डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक से जब यह सवाल किया तो उनके पास कोई जवाब नहीं था। डीएम शनिवार की सुबह 10:30 बजे अस्पताल पहुंचे तो उस समय उपाधीक्षक भी नहीं थे। हालांकि कुछ देर में वह आ गए, लेकिन डीएम के औचक निरीक्षण में अस्पताल के 6 डॉक्टर अनुपस्थित मिले। सभी को शोकॉज नोटिस जारी कर दिया गया है।
डीएम सबसे पहले ओपीडी में गए, जहां मरीजों की भीड़ थी। कुछ मरीजों से बातचीत की तथा पूछा कि अस्पताल में दवाइयां मिलती हैं। अधिकांश मरीजों का कहना था कि दवाएं तो मिलती हैं, लेकिन यहां जांच की सुविधा और बढ़ाने की जरूरत है। कुछ मरीजों ने डॉक्टरों के नहीं आने की शिकायत की इस पर डीएम ने पूरा अस्पताल घूम कर जायजा लिया। इस दौरान 6 डॉक्टर और 11 जीएनएम सहित तीन कर्मी अनुपस्थित पाए गए। अनुपस्थित कर्मियों का 1 दिन का वेतन रोक दिया गया है।
निरीक्षण के दौरान अस्पताल के अधीक्षक वहां पहुंच गए। डीएम ने उनसे पूछा कि इतनी संख्या में डॉक्टर और स्टाफ नर्स कैसे अनुपस्थित हैं। क्या इनकी उपस्थिति की जांच के लिए कोई नियमित व्यवस्था है कि नहीं। डीएम के औचक निरीक्षण में जो डॉक्टर अनुपस्थित पाए गए हैं उसमें डॉ. सुरेंद्र शरण, डॉ. श्वेता सिंह, डॉ. मनीष कुमार डॉ. स्वीटी ठाकुर, डॉ. तहसीन अख्तर, डॉ. बलराम प्रसाद शामिल हैं।
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