गाजियाबाद
जिले के मुरादनगर श्मशान घाट हादसे का मुख्य आरोपी ठेकेदार अजय त्यागी का काम कई सरकारी विभागों तक फैला है। नगर निगम ने बीते पांच वर्ष में छोड़े सभी टेंडरों और कराए गए कार्यों की जांच शुरू कर दी है। निगम ने अपने सभी विभागों से सूची मांगी है। इसकी निगम के साथ थर्ड पार्टी से भी जांच कराई जाएगी। मुरादनगर हादसे के बाद प्रशासन से सभी विभागों में अजय त्यागी की फर्म द्वारा किए कार्यों की मौजूदा स्थिति की रिपोर्ट मांगी है। निगम ने पहले दो साल की रिपोर्ट तैयार की है। नगर आयुक्त ने अब वर्ष 2015 से ब्लैक लिस्ट ठेकेदार की सूची तैयार करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने निर्माण विभाग, जलकल, स्वास्थ्य और उद्यान विभाग को इस संबंध में निर्देश दिए। साथ ही मुख्य अभियंता से वर्तमान में चल रहे कार्यों की गुणवत्ता जांच कराने को कहा है। उन्होंने लेखा विभाग से त्यागी की सभी फर्मों के भुगतान रोकने को कहा है।
दूसरी एजेंसी से कराई जाएगी जांच
निगम आयुक्त का कहना है कि निगम के सभी विभागों के प्रमुखों से पांच वर्ष में हुए टेंडर, वर्क ऑर्डर की रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट में ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार अजय त्यागी की तीनों फर्म को मिले टेंडरों, निर्माण कार्य, लागत और भुगतान के संबंध, क्लीन चिट आदि का पूरा ब्योरा मांगा गया है। निर्माण, जलकल, स्वास्थ्य और उद्यान विभाग की रिपोर्ट मिलते ही थर्ड पार्टी से जांच कराई जाएगी। थर्ड पाटी जांच में पीडब्ल्यूडी, जीडीए, आवास विकास परिषद है। निगम के मुख्य अभियंता का कहना है कि करीब सवा दो करोड़ रुपये की लागत से गढ़ी-सिकरोड़ गांव में नाला निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। उक्त निर्माण कार्य अजय त्यागी की फर्म द्वारा हुआ है। कार्य पूरा होने के बाद निगम से क्लीन चिट मिल चुकी है। मुरादागर हादसे के बाद अब इसकी भी दोबारा जांच कराई जाएगी।
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