नई दिल्ली
पिछले छह महीने में तेल से लेकर दाल और प्याज के दाम में जबर्दस्त उछाल देखने को मिल रहा है। वहीं चाय की प्याली में महंगाई उबल रही है। पिछले छह महीने में खुली से लेकर ब्रांडेड चायपत्ती की कीमतों में 20 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। नामी कंपनियां ने प्रति किलो 100 से 150 रुपये तक कीमतें बढ़ा दी हैं।
उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए 68 खुदरा केंद्रों के आंकड़ों के मुताबिक 5 जनवरी 2020 की तुलना में 5 जनवरी 2021 को पैक पाम तेल 87 रुपये से बढ़कर करीब 106 रुपये, सूरजमुखी तेल 109 से 137 और सरसों तेल 119 से करीब 142 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। वहीं मूंगफली तेल की कीमतों में करीब 8 फीसद की बढ़ोतरी हुई। वनस्पति तेल 20 फीसद महंगा होकर 87 से 104 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया।
वहीं इस दौरान गेहूं के दाम करीब 2 फीसद कम हुए हैं तो प्याज की कीमतें 64 फीसद बढ़ी हैं। पिछले साल 5 जनवरी को प्याज का औसत मूल्य 21.37 रुपये किलो था, जबकि अब यह 35 रुपये किलो पर पहुंच चुका है। इस समयावधि में टमाटर के रेट में 34 फीसद और आलू के भाव में करीब 6 फीसद की कमी हुई। इसी अवधि में खुली चाय में करीब 21 फीसद की बढ़त हुई है। यह 212 रुपये किलो से 257 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। कीमतें बढ़ने की वजह
सीएम सिटी के नाम से मशहूर गोरखपुर के किराना कोराबारी वीरेन्द्र मौर्या के मुताबिक, पैकिंग वाले चाय पत्ती पर प्रति किलो 50 से 150 रुपये तक दाम बढ़े हैं। वहीं प्रिमियम कटेगरी की चाय में 300 रुपये से ऊपर वाली खुली पत्ती के दाम भी करीब डेढ़ गुना हो गया है। थोक विक्रेता ने बताया कि लाकडाउन में असम व दार्जिलिंग में पेड़ों की कटिंग व अच्छी देखरेख न होने से उत्पादन प्रभावित हुआ है। अभी कीमतें काबू में आती नहीं दिख रही हैं। कारोबारी केअनुसार असम, बंगाल के दार्जिलिंग, तमिलनाडु के नीलगिरि केरल के मुन्नार और हिमाचल प्रदेश के पालमपुर से चाय की पत्ती आती है।
दालों ने भी बिगाड़ा बजट
अगर दालों की बात करें तो मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक अरहर यानी तूअर की दाल में करब 14 फीसद का इजाफा हुआ। अरहर दाल 92 रुपये किलो से 105 रुपये पर पहुंच गई है। उड़द दाल 98 से 107, मसूर की दाल 76 से 80 रुपये पर पहुंच चुकी है।
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