सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने
मुंबइ
राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री और राकांपा के वरिष्ठ नेता धनंजय मुंडे और रेणु शर्मा मामले को लेकर राज्य की गरमाई राजनीति के बीच विरोधी दल ने ठाकरे सरकार और मुंडे को घेरने का प्रयास शुरू कर दिया है. इसी के तहत जहां भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने मामले को गंभीर बताते हुए धनंजय मुंडे के मंत्री पद की इस्तीफे की मांग की है तो वही मामले को लेकर राकांपा बैकफुट पर आ गयी है.
राकांपा के प्रदेशाध्यक्ष और मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि राजनीतिक जीवन में आगे बढ़ने के लिए बहुत कष्ट उठाना पड़ता है. जब कोई आरोप लगाता है तो सच्चाई की पुष्टि किए बिना निष्कर्ष निकालना उचित नहीं है। मामले को लेकर धनंजय मुंडे ने स्पष्ट किया है कि मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है. यह किसी के परिवार का आंतरिक मामला है, इसलिए इस पर अधिक बोलना ठीक नहीं है. जयंत पाटिल ने कहा कि इसी प्रकार राकांपा प्रदेश के युवा अध्यक्ष महबूब शेख के खिलाफ आरोप लगाए गए थे, जांच के बाद मामले में कुछ नहीं निकला। जब तक किसी मामले की सच्चाई और सबूत सामने नहीं आता तब अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचना उचित नहीं है।
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