नई दिल्ली
भारत संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक अभियान में तो बड़ी भूमिका निभा ही रहा है, जल्द ही अंतरराष्ट्रीय आपदा बचाव अभियान का भी वह हिस्सा बन सकता है। एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को कहा कि भारत की शीर्ष आपदा राहत संस्था एनडीआरएफ को जल्द ही वैश्विक मानकों के अनुरूप मान्यता मिलने की उम्मीद है। नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) को अंतरराष्ट्रीय आपदा बचाव अभियान के तौर पर अधिकृत करने की प्रक्रिया स्विट्जरलैंड स्थित इनसार्ग (इंटरनेशनल सर्च ऐंड रेस्क्यू एडवायजरी ग्रुप) पूरी करेगा। इनसार्ग संयुक्त राष्ट्र के तहत 90 से अधिक देशों और संगठनों का नेटवर्क है और जो शहरी खोज एवं बचाव के कार्य करता है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने कहा कि जिस तरह देश में भारतीय मानक ब्यूरो है, उसी प्रकार संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी इनसार्ग दुनियाभर में आपदा मोचन बलों का मानकीकरण करती है। यह वैश्विक मानक है। एनडीआरएफ भी मानकों के अनुरूप हैं और उम्मीद है कि 2021 में उसे मान्यता मिल जाएगी। चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के पास मौजूद ऐसी मान्यता के महत्व को भी उन्होंने बताया। प्रधान ने कहा कि अगर संयुक्त राष्ट्र किसी आपदा में मदद करने के लिए बुलाता है तो आप अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया बल का हिस्सा बन जाते हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि भारत ने पहले (अंतरराष्ट्रीय बचाव अभियान में हिस्सा) नहीं लिया। मगर जब एनडीआरएफ के दल नेपाल या जापान गए तो यह दो देशों का फैसला था लेकिन मानकीकरण के बाद यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा मंजूरी प्राप्त कार्य होगा।
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