पटना
बिहार का राजनीतिक माहौल आजकल काफी गर्म हो गया है। इस माहौल में बिहार के राजनेता एक-दूसरे के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहे हैं और दूसरे को नीचा दिखाने में मर्यादा का भी ख्याल नहीं रख रहे। कुछ ही दिनों पहले हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी और राजद नेता तेज प्रताप यादव के बयानों को लेकर काफी विवाद हुआ था और अब राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद की ओर से राजनीति में मर्यादा को तोड़ा गया तो जदयू के बचाव में उतरी भाजपा ने भी भाषा पर संयम का ख्याल नहीं रखा। जदयू के नेता ललन सिंह के एक बयान से बौखलाए राजद ने एक के बाद एक दो से तीन ट्वीट ऐसे किए हैं, जिनका जिक्र सार्वजनिक पटल पर करना शायद ही सही होगा। भाजपा के बिहार प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा खरमास बाद राजद में टूट को लेकर दिए गए बयान के बाद सियासत चरम पर है। मंगलवार की सुबह राजद के आपत्तिजनक ट्वीट पर भाजपा ने पलटवार किया। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने राजद पर तंज कसा। भाजपा प्रवक्ता ने लिखा कि ऐश्वर्या से विवाह के बाद तेजप्रताप को जीजा बनाने का गर्व क्या राजद परिवार को इतना है कि समाज की बहनों का सम्मान भी भूल गए? पार्टी के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से घटिया बयान जारी करते वक्त क्या समाज की बहनों- बेटियों के प्रति क्षुद्र-दरिद्र-कुंठित मनोभाव प्रदर्शित नहीं किया गया है? जदयू नेता ललन सिंह ने कहा था कि अगर भूपेंद्र यादव चाह लें तो राजद का भाजपा में विलय हो जाएगा। इस बयान के बाद राजद के अंदर जबर्दस्त गुस्सा है।
राजद के आधिकारिक ट्वटिर हैंडल पर लिखा गया कि 'ये जीजा जी की पार्टी नहीं समर्पित कार्यकर्ताओं की पार्टी है...'। अरुणाचल प्रदेश में किसकी पार्टी का किसने विलय किया...। राजद ने सोमवार को कम से कम तीन ऐसे ट्वीट किए, जिनकी भाषा उचित नहीं कही जा सकती। बिहार भाजपा के प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने शिवानंद तिवारी के भूपेंद्र यादव पर दिए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
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