सूरत
भारत सरकार की ओर से रविवार को कोरोना वायरस की दो वैक्सीनों को आपातकालीन उपयोग की अनुमति दिए जाने के निर्णय पर खूब बवाल हुआ। विपक्षी दलों के कई नेताओं ने सरकार के इस फैसले की आलोचना की। वहीं, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ऐसे सवाल उठाने वालों को जवाब देते हुए उन्हें ‘मंदबुद्धि’ करार दिया है। प्रधान ने सोमवार को कहा, ‘जो मंदबुद्धि हैं और जिन्हें वैज्ञानिकों और भारत की शक्ति पर भरोसा नहीं है, वही ऐसे बेतुके बयान दे रहे हैं।’ दरअसल, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने तीसरे चरण का परीक्षण जारी रहने के बावजूद भारत बायोटेक के टीके को सीमित आपात इस्तेमाल को लेकर मंजूरी देने पर आशंकाएं जाहिर की हैं। प्रधान ने कहा, ये वैक्सीन भारतीय कंपनियों और हमारे वैज्ञानिकों की खास उपलब्धियां हैं। लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल का स्वागत किया है। कुछ मंदबुद्धि लोग कभी ठीक नहीं होंगे, खासकर कांग्रेस का नेतृत्व, जिन्हें हर चीज में गड़बड़ी दिखती है।सूरत नगर निगम के प्रवासी प्रकोष्ठ का उद्घाटन करने यहां आए प्रधान ने नए कृषि कानूनों का भी बचाव किया। उन्होंने कहा कि इनकी बदौलत कृषि क्षेत्र में निवेश आएगा और किसानों को उनकी उपज की बेहतर कीमत मिलेगी। बता दें कि किसान महीने भर से भी ज्यादा समय से कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं।
सरकार ने दो वैक्सीनों के आपात उपयोग की दी है अनुमति
रविवार को भारत सरकार ने एक साथ दो वैक्सीनों (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) के आपात इस्तेमाल की अनुमति दे दी थी। ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका ने विकसित किया है, जबकि इसका उत्पादन भारतीय कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है। वहीं, ‘कोवैक्सीन’ को भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के साथ मिलकर बनाया है।
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