मुंबई
नांदेड़ शहर को मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग से जोड़ने के लिए सरकार ने सैद्धांतिक मंजूरी दी है। साढ़े 10 हजार करोड़ की लागत से इस परियोजना को पूरा किया जाएगा। नांदेड़ के पालक मंत्री और लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण ने इसे मराठावाड़ा के लिए महाविकास आघाडी सरकार का बड़ा तोहफा बताया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है।
चव्हाण ने कहा कि मेरी इच्छा थी कि नांदेड शहर मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग से जुड़े। इसके लिए मैं लगातार कोशिश कर रहा था। इस फैसले से समृद्धि महामार्ग पर जालना टी-पाईंट से नांदेड शहर तक एक्सप्रेस वे बनाया जाएगा। इससे नांदेड के अलावा हिंगोली व परभणी जिला भी समृद्धि महामार्ग से जुड़ जाएंगे। इस परियोजना से नांदेड़-मुंबई, नांदेड़-औरंगाबाद की यात्रा में लगने वाले समय में कमी आएगी। जालना से नांदेड के बीच इस एक्सप्रेस मार्ग की दूरी 194 किलोमीटर होगी। इसके निर्माण पर अंदाजन 5 हजार 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बता दें कि सिखों के पांच तख्तों में एक श्री हूजूर साहिब नांदेड़ में स्थित हैं, जहां हर साल दुनियाभर से लाखों की तादाद में सिख श्रद्धालु पहुंचते हैं। नागपुर और मुंबई से सीधे जुड़ने पर दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा। चव्हाण ने कहा कि समृद्धि महामार्ग के मुंबई की दिशा में जेएनपीटी से जोड़े जाने से नांदेड, परभणी व हिंगोली जिले से माल अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए कम समय में पहुंचाना संभव होगा। नांदेड़-जालना को समृद्धि महामार्ग को जोड़ने के लिए नांदेड शहर में भी सड़के बनानी होगी।
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