महिंद्रा, रॉयल एनफील्ड, बजाज और अशोक लेलैंड ने दिए संकेत
नई दिल्ली
कच्चे माल की लागत में वृद्धि होने से वाहनों की कीमत में एक बार फिर बढ़ोतरी हो सकती है। कंपनियों ने 1-3% तक की बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं। महिंद्रा एंड महिंद्रा, आयशर मोटर्स और अशोक लेलैंड अप्रैल-मई में कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती हैं, ताकि स्टील, एल्यूमीनियम और अन्य धातुओं की लागत में बढ़ोतरी को बेअसर किया जा सके। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2021 में भारत में स्टील खपत 9% सालाना और 3% माह-दर-माह बढ़कर 9.97 मिलियन टन हो गई है।
आयशर मोटर्स के एमडी, सिद्धार्थ लाल ने कहा- हम शायद अप्रैल में फिर से कीमतें बढ़ाएंगे। अब तक हम भारत में और विश्व स्तर पर उत्पादों के बेहतर मिश्रण का उपयोग कर चुके हैं, लेकिन कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी की हमारी क्षमता की तुलना में तेजी से बढ़ी है। वृद्धि दोनों कमर्शियल वाहनों के साथ-साथ रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिलों में भी होगी।
अशोक लेलैंड के सीईओ और डायरेक्टर गोपाल महादेवन ने कहा कि हम पहले ही अक्टूबर में और दूसरी बार जनवरी में बढ़ोतरी कर चुके हैं। लेकिन स्टील की कीमतों और विशेष धातुओं में तेजी से वृद्धि हुई है। अगर यह जारी रही, तो हमारे पास कीमतों को बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
भारत को तेजी से बढ़ते बाजार के तौर पर देखा जा रहा है, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि कीमतों में बढ़ोतरी बाजार में अवशोषित हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि ट्रक निर्माताओं को यह बढ़ोतरी परेशान कर सकती है, क्योंकि पहले ही बीएस 6 एमिशन नॉर्म्स लागू होने के साथ कीमतों में काफी बढ़ोतरी की गई थी। हमने बीएस6 के कारण तीसरी तिमाही से ही कीमतों में बढ़ोतरी करना शुरू कर दिया था। ट्रक उद्योग अप्रैल-दिसंबर की अवधि में 54% घटा।
राजेश जेजुरिकर, महिंद्रा समूह के ईडी (ऑटो और फार्म सेक्टर) ने कहा कि कच्चे माल की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और हम वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में कीमत में बढ़ोतरी करेंगे। वर्तमान में, सेमी-कंडक्टर की सप्लाई में व्यवधान जारी है, लेकिन यह जून-जुलाई में सामान्य होना चाहिए। उन्होंने कहा, एसयूवी और कमर्शियल वाहनों सहित महिंद्रा रेंज के सभी वाहनों में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
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