चेन्नई
चौथे दिन इंग्लैंड ने तीन विकेट पर 53 रन से आगे खेलना शुरू किया। उसके बल्लेबाज शुरू से भारतीय स्पिनरों की बलखाती गेंदों पर चकमा खाते रहे। मोईन अली ने अंतिम क्षणों में तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करके 18 गेंदों पर 43 रन बनाये और भारत को टेस्ट मैचों की अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज करने से रोका। कुलदीप ने उन्हें स्टंप आउट कराकर इंग्लैंड की पारी का अंत किया। उनके अलावा इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (92 गेंदों पर 33 रन) ही एकमात्र ऐसे बल्लेबाज थे जो स्पिनरों को थोड़ा आत्मविश्वास के साथ खेल पाये। वह लंच से ठीक पहले पवेलियन लौट जाते लेकिन मोहम्मद सिराज ने कुलदीप की गेंद पर उनका आसान कैच टपका दिया। लंच के तुरंत बाद बाद हालांकि पटेल ने उन्हें स्लिप में कैच देने के लिये मजबूर किया। इसके बाद मोईन ने पांच छक्के लगाकर हार का अंतर कम किया, लेकिन इंग्लैंड की हार की इबारत मैच के दूसरे दिन ही लिख दी गयी थी जब उसकी टीम भारत के 329 रन के जवाब में 134 रन पर आउट हो गयी थी। भारत ने दूसरी पारी में 282 रन बनाकर बड़ी जीत सुनिश्चित की थी। इंग्लैंड चौथे दिन थोड़ा भी संघर्ष नहीं कर पाया। स्थानीय खिलाड़ी अश्विन ने दिन की अपनी पहली गेंद पर ही डैन लॉरेन्स (26) को पवेलियन की राह दिखायी। पंत ने बड़ी उन्हें स्टंप आउट किया। बेन स्टोक्स अश्विन की गेंद पर विराट कोहली को कैच दे बैठे। ओली पोप (12) ने पटेल की गेंद पर स्लॉग स्वीप करके इशांत शर्मा को कैच का अभ्यास कराया। फॉक्स ने लंच से ठीक पहले कुलदीप की गेंद पर गलत टाइमिंग से स्वीप शॉट खेला जिसे पटेल ने आसानी से कैच में बदला।
Post a comment