पटना
लोक जनशक्ति पार्टी के प्रति जनता दल यूनाइटेड के तेवर तल्ख हैं। यह तेवर संकेत दे रहा है कि अब भारतीय जनता पार्टी के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में एलजेपी के दिन गिनती के हैं। एनडीए की बैठक में चिराग पासवान को न्योते पर जिस तरह से जेडीयू ने खुलेआम आपत्ति दर्ज कराई, उससे साफ है कि भाजपा के लिए एलजेपी को एनडीए में रखने के फैसले में काफी परेशानी होगी।
जेडीयू ने सीधे-सीधे इस बात को मुद्दा बना लिया है कि चिराग पासवान ने विधानसभा चुनाव के समय बिहार में एनडीए के नेता नीतीश कुमार के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की थी। ऐसे में उस दल और नेता को एनडीए में कैसे रखा जा सकता है? अक्सर यह चर्चा होती रही है कि केंद्र में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में चिराग पासवान मंत्री बनाए जा सकते हैं।
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