मुंबई
बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को एल्गार परिषद केस में माओवादी लिंक के आरोप में अरेस्ट हुए गौतम नवलखा की जमानत की अर्जी को खारिज कर दी है। डबल बेंच ने कहा, उसे विशेष अदालत के आदेश में दखल देने का कोई कारण नजर नहीं आता, जो पहले ही जमानत याचिका खारिज कर चुकी है। नवलखा फिलहाल मुंबई की तलोजा जेल में बंद है। उनकी खराब तबीयत का हवाला देकर हाईकोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई गई थी। नवलखा ने 12 जुलाई 2020 के एनआईए की विशेष अदालत के जमानत याचिका खारिज करने के फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय का रुख किया था।
यलगार परिषद के बाद हुई थी हिंसा
31 दिसंबर 2017 को पुणे में हुई एल्गार परिषद की सभा में कथित रूप से भड़काऊ भाषण दिये थे, जिसके अगले दिन यानी एक जनवरी 2018 को पुणे के कोरेगांव भीमा में हिंसा भड़क गई थी। पुलिस का यह भी आरोप है कि कार्यक्रम को माओवादी संगठनों का समर्थन हासिल था। इसी हिंसा के मामले में पिछले साल गौतम नवलखा समेत कई लोगों को अरेस्ट किया गया था।
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