चेन्नई
अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन ने मनमाफिक परिस्थितियों में इंग्लैंड को अपने स्पिन जाल में फंसाकर भारत को दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में मंगलवार को यहां चौथे दिन ही 317 रन से रिकॉर्ड जीत दिलायी जिससे चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर हो गयी।
भारत ने इस जीत से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखा। इससे वह चैंपियनशिप तालिका में न्यूजीलैंड के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। भारत को जून में लार्ड्स में होने वाले फाइनल में खेलने के लिये श्रृंखला में अब कम से कम 2-1 से जीत दर्ज करनी होगी। बायें हाथ के स्पिनर पटेल ने 60 रन देकर पांच विकेट लिये। वह नौवें भारतीय हैं, जिन्होंने अपने पदार्पण मैच में पांच विकेट लिये। भारत की दूसरी पारी में शतक जड़ने वाले ऑफ स्पिनर अश्विन ने 53 रन देकर तीन विकेट हासिल किये, जबकि बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव 25 रन देकर बाकी बचे दो विकेट लिये। इससे इंग्लैंड की टीम 482 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन लंच के कुछ देर बाद 164 रन पर ढेर हो गयी। भारत की यह रनों के लिहाज से पांचवीं बड़ी जीत है। इंग्लैंड के खिलाफ उसने अपनी अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इससे पहले उसने 1986 में लीड्स में 279 रन से जीत हासिल की थी। भारत ने अपनी सबसे बड़ी छह जीत में से पांच जीत विराट कोहली की अगुवाई में दर्ज की हैं। चेन्नई की पिच को लेकर इंग्लैंड के खेमे में काफी होहल्ला मचा रहा, लेकिन रोहित शर्मा ने पहली पारी में 161 रन बनाये, जबकि आठवें नंबर के बल्लेबाज अश्विन ने दूसरी पारी में 106 रन की पारी खेली। इसके अलावा रहाणे, ऋषभ पंत और कोहली ने भी अर्धशतक जमाये।
तेजी और चालाकी से भी निकाले विकेट: अश्विन
भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने चेपॉक की पिच से मिल रहे टर्न के बूते ही नहीं, बल्कि ‘गति और चालबाजी’ से भी इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में विकेट हासिल किये। पिच को लेकर काफी चर्चाएं हो रही है तथा पूर्व दिग्गजों जैसे शेन वार्न और माइकल वान ने सोशल मीडिया पर आपस में भिड़ गये थे, जबकि इंग्लैंड के सहायक कोच ग्राहम थोर्प ने इसे चुनौतीपूर्ण करार दिया। अश्विन को मैच में 96 रन देकर आठ विकेट लेने और भारत की दूसरी पारी में शतक जमाने के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया। अश्विन ने भारत की 317 रन से जीत के बाद कहा, ‘लोग जितना बाहर बैठकर भविष्यवाणी कर रहे हैं, मुझे लगता है जो गेंद ज्यादा टर्न कर रही थी उससे विकेट नहीं मिल रहे थे। यह बल्लेबाजों की मानसिकता थी, जिसके कारण हमें विकेट मिले।’ उन्होंने कहा, ‘मैं वर्षों से यहां खेल रहा हूं और हमें विकेट गति और चालबाजी से मिले। अपने इरादे मजबूत रखना बेहद महत्वपूर्ण था।’ अश्विन ने कहा कि उन्होंने घरेलू दर्शकों के सामने मैच का पूरा लुत्फ उठाया, क्योंकि वह घरेलू परिस्थितियों से अवगत थे। उन्होंने कहा, ‘पिच जिस तरह से व्यवहार कर रही हो उसमें हर तरीका भिन्न परिणाम देता है। मैंने अलग तरीके से कोशिश की। हवा का उपयोग किया, गेंद छोड़ने के लिये विभिन्न कोण का उपयोग किया। रन अप में अपनी तेजी से काम लिया। यह मेरे लिये कारगर रहा, क्योंकि मैंने इस पर काम किया था।’
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