नई दिल्ली
फरवरी में अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर एक और चिंता देखने को मिली है। फरवरी महीने में थोक महंगाई दर बढ़कर 4.17 फीसदी पर पहुंच गई है। यह बीते 27 महीनों का रिकॉर्ड स्तर है। खाने-पीने और ईंधन, बिजली के दाम बढ़ने से मुद्रास्फीति बढ़ी है, जिसकी वजह से इसमें इजाफा देखने को मिला है। वहीं, जनवरी में थोक मुद्रास्फीति 2.03 प्रतिशत पर थी। वहीं, एक साल पहले फरवरी 2020 में यह 2.26 फीसदी पर थी। सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़ों से इस बारे में जानकारी मिली है।
फरवरी में Primary Articles डब्लूपीआई 1.82 फीसदी पर रही है जो कि जनवरी में -2.24 फीसदी पर रही थी। फरवरी में Manufactured Products की थोक महंगाई में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। फरवरी में ये 5.81 फीसदी पर रहा है, जबकि जनवरी ये 5.13 फीसदी पर रहा था। महीने दर महीने आधार पर देखे तो Fuel & Power डब्लूपीआई में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है। फरवरी में ये 0.58 फीसदी पर रहा है जबकि जनवरी में ये -4.78 फीसदी पर रहा था।
जानें कितने बढ़ें सब्जियों के दाम
आपको बता दें कई महीने से लगातार नरम पड़े रहने के बाद फरवरी माह में खाद्य पदार्थों के दाम 1.36 फीसदी बढ़ गए हैं। इससे पहले जनवरी में इनमें 2.80 प्रतिशत की गिरावट आई थी। इसके अलावा सब्जियों के दाम फरवरी में 2.90 फीसदी घट गए, वहीं जनवरी में इनके दाम 20.82 प्रतिशत नीचे गये थे।
दालों के दाम में भी हुआ इजाफा
दालों की यदि बात की जाए तो फरवरी में दालों के दाम 10.25 फीसदी बढ़ गए। वहीं फलों के दाम 9.48 प्रतिशत और बिजली समूह की मुद्रास्फीति 0.58 फीसदी रही।
रिजर्व बैंक ने पिछले महीने मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा। यह लगातार चौथी समीक्षा थी जिसमें दर में कोई बदलाव नहीं किया गया। वहीं खुदरा मुद्रास्फीति की यदि बात की जाये तो फरवरी में यह 5.03 फीसदी पर रही।
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