मुंबई
आईपीएस रश्मि शुक्ला ने राज्य सरकार की अनुमति से ही ट्रांसफर मामले में फोन टैप किया था। लेकिन अगर फोन टैपिंग गलत थी, तो राज्य सरकार इतने दिनों से क्या कर रही थी,ट्रांसफर में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद ही टैपिंग को सरकार गलत क्यों बता रही है। शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने सरकार पर यह गंभीर आरोप लगाया है। पाटिल ने कहा कि पुलिस अधिकारी रश्मि शुक्ला ने फोन टैपिंग के आधार पर जून से जुलाई के बीच तत्कालीन पुलिस महानिदेशक को तबादलों में भ्रष्टाचार की सूचना दी थी। जिसकी रिपोर्ट उन्होंने अतिरिक्त मुख्य सचिव रैंक के एक अधिकारी को सौंप दिया था यदि फोन टैपिंग गलत थी, तो उन्हें जवाब देना चाहिए कि राज्य सरकार ने पिछले कुछ महीनों में इसके बारे में क्या किया है। उस समय कार्रवाई की अनुशंसा नहीं करने वाले अतिरिक्त मुख्य सचिव ने मुख्य सचिव के रूप में रिपोर्ट प्रस्तुत करते समय फोन टैपिंग को गलत घोषित करके कार्रवाई की चर्चा की। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार कांड सामने आने के बाद ही इस संबंध में फोन टैपिंग का मामला सरकार उठाने लगी है जब उन्हें कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है, तो रश्मि शुक्ला मामले में हमारे विरोध का सवाल कहां है?
Post a comment