नई दिल्ली
म्यामांर के लोकतंत्र पर इस समय सबसे बड़ा पहरा है। वहां सेना के शासन ने सबकी आजादी छीन ली है। लोग घुटन भरी जिंदगी जी रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इसका विरोध नहीं हो रहा, लेकिन लोग जैसे ही आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरते हैं, सेना उतनी ही तेजी से उनका दमन कर देती है। दुनियाभर में लोग अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। इस आंदोलन के बीच कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो इंसानियत और हिम्मत की गवाह हैं।
म्यांमार के काचिन राज्य के म्यित्चीना शहर में एक ऐसा नजारा सामने आया है, जिसने सभी को झकझोर दिया है। यहां सेना, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो रही थी। अचानक सिस्टर ऐन रोसा वहां घुटनों के बल बैठ गईं। उन्होंने कहा- आपको किसी को भी मारने से पहले मुझे मारना होगा। ये सुनते ही सेना और पुलिस के लोग उनके आगे हाथ जोड़कर खड़े हो गए। नन की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। ऐसा ही कुछ एक हफ्ते पहले भी हुआ था। करीब 100 आंदोलनकारी प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरे थे। अचानक पुलिस और सेना प्रदर्शनकारियों को हटाने आ गई। इससे पहले की कुछ एक्शन होता, सिस्टर ऐन नू थ्वांग ने घुटने टेक कर आंदोलनकारियों पर गोली न चलाने की गुहार लगाई। इसका असर ये हुआ कि सिस्टर 100 आंदोलनकारियों को बचाकर निकाल ले गईं।
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