कोलकाता
पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन के धुर विरोधी यशवंत सिन्हा शनिवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने पश्चमि बंगाल विधानसभा के लिए आठ चरणों में होने वाले चुनाव से पहले यह कदम उठाया है।
सिन्हा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रमिंडल में कई मंत्रालयों की जमि्मेदारी निभा चुके हैं, लेकिन भगवा पार्टी के नेतृत्व से मतभेदों के चलते वर्ष 2018 में उन्होंने भाजपा छोड़ दी। उनके बेटे जयंत सिन्हा झारखंड के हजारीबाग से भाजपा के लोकसभा सदस्य हैं। सिन्हा ने कहा, ‘देश अजीब परिस्थिति से गुजर रहा है, हमारे मूल्य और सिद्धांत खतरे में हैं।’ उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र की मजबूती संस्थाओं में निहित है और सभी संस्थाओं को व्यवस्थागत तरीके से कमजोर किया जा रहा है।’ सिन्हा ने भाजपा के खिलाफ लड़ाई में पश्चमि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन करने की शपथ ली। तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा में नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘हम अपनी पार्टी में यशवंत सिन्हा का स्वागत करते हैं। उनकी हिस्सेदारी से चुनाव में भाजपा के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूत होगी।’ सिन्हा ने वर्ष 1990 में चंद्रशेखर की सरकार में वित्तमंत्री की जमि्मेदारी निभाई थी और इसके बाद वाजपेयी मंत्रमिंडल भी उन्हें इस मंत्रालय का कार्यभार मिला।
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