नई दिल्ली
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने एक बार फिर बायो-बबल में खिलाड़ियों की मानसिक स्थितिको लेकर चिंता जताई है। उन्होंने भारत और इंग्लैंड के बीच खत्म हुई वनडे सीरीजके बाद इस मुद्देपर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से खिलाड़ी पिछले कई महीनों से बायो-बबल में रहने को मजबूर हैं और अब उन्हें नौ अप्रैल से शुरू हो रहे आईपीएल के 14वें सीजन के दौरान भी इससे गुजरना होगा। जो वाकई खिलाड़ियों की परेशानी बढ़ाने वाला है। कोहली ने कहा कि भविष्यमें क्रिकेट टूर्नामेंट के शेड्यूल पर ध्यान देना होगा। क्योंकिखिलाड़ियों के लिए दो-तीन महीने तक बायो-बबल में रहना बहुत मुश्किल होगा। उन्होंने आगे कहा कि आप ये उम्मीद नहीं कर सकते हैं किसभी खिलाड़ी एक स्तर पर मानसिक रूप से मजबूत होंगे। कई बार आप बायो सिक्योर बबल से पूरी तरह ऊब जाते हैं और ऐसे में आप थोड़े बदलाव की उम्मीद करते हैं। भारतीय कप्तान ने आगे कहा कि मुझे पक्का यकीन है कि इस विषय पर आगे जरूर चर्चा होगी और भविष्यमें जरूरी बदलाव होंगे। लेकिन अब आईपीएल बिल्कुल करीब है। ये पूरी तरह अलग टूर्नामेंट है और इससे जुड़ी चुनौतियां भी नई होंगी। इस लीग में खेलने वाले ज्यादातर अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी पिछले साल अगस्तसे ही बायो सिक्योर बबल में रह रहे हैं। खासतौर पर भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों की ती यही स्थिति है।
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