नई दिल्ली
भारतीय अर्थव्यवस्था साल 2021 में पटरी पर तेजी से आने लगेगी। भारत की जीडीपी नए वित्त वर्ष में 12.6 फीसदी की दर वृद्धि करेगी। आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (OECD) ने भारतीय अर्थव्यवस्था की संभावनाओं में 2021 में इजाफे की बात कही है। इससे भारत विश्व में सबसे तेजी से विकसित होने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था का स्थान फिर हासिल कर लेगा। ओईसीडी के मुताबिक अगर यह ग्रोथ का स्तर भारत पा लेता है, तो चीन को पीछे छोड़ सकता है। ओईसीडी को उम्मीद है कि साल 2020 के स्लोडाउन के बाद चीन की ग्रोथ रेट कैलेंडर ईयर में 7.8 फीसदी रह सकती है। ओईसीडी ने वर्ष 2021-22 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर में 4.7 फीसदी की वृद्धि के साथ 12.6 फीसदी का अनुमान लगाया है। आर्थिक पू्र्वानुमान के बारे में जारी अंतरिम रिपोर्ट में ओईसीडी ने कहा है कि भारत में महामारी के बाद की स्थिति में सुधार होने से वित्तीय और अर्धवित्तीय उपायों तथा विनिर्माण और निर्माण कार्यों की बहाली से अर्थव्यवस्था में सुधार होने में मदद मिली है।
हालांकि ओईसीडी ने वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर में पांच दशमलव चार प्रतिशत कम होने का अनुमान लगाया है, जो कि पहले के अनुमानों से शून्य दशमलव छह प्रतिशत अंक से अधिक होगा। ओईसीडी के अनुसार भारत उस वर्ष इंडोनेशिया के साथ सबसे तेजी से विकसित होने वाली अर्थव्यवस्था का स्थान साझा करेगा।भारतीय अर्थव्यवस्था की जीडीपी में साल 2020 के आखिरी तीन महीनों में 0.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
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