पुणे
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही वनडे सीरीज अब अपने निर्णायक दौर में पहुंच गई है। दोनों ही टीमें एक-एक मुकाबले जीतकर सीरीज में बराबरी पर हैं और अब रविवार यानी 28 मार्च को खिताबी मुकाबले में आमने-सामने होंगी। सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला भी पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में ही खेला जाएगा। ऐसे में गेंदबाजों के लिए यहां एक बार फिर से मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं, क्योंकि पिछले दोनों मुकाबले में बल्लेबाजों का ही दबदबा रहा हल्लेबाजों की ऐशगाह पिच पर इंग्लैंड ने पिछले मैच में 20 छक्के लगाकर 337 रन के मुश्किल लक्ष्य को आसान बना डाला। खराब फॉर्म में चल रहे स्पिनर कुलदीप यादव और क्रुणाल पंड्या ने उनका काम आसान कर दिया। भारतीय कप्तान विराट कोहली को रविंद्र जडेजा की इतनी कमी कभी महसूस नहीं हुई होगी जितनी पिछले मैच में। जॉनी बेयरस्टो और बेन स्टोक्स ने भारतीय स्पिनरों को मनचाहे स्ट्रोक्स लगाकर खूब रन बनाये। गेंदबाजी में कुलदीप ने आठ छक्के गंवाये जो किसी भी भारतीय गेंदबाज से ज्यादा हैं। उन्होंने दूसरे मैच में 84 और पहले में 64 रन दिये थे। वहीं कृणाल ने छह ओवर में 12 की औसत से 72 रन दे डाले। ऐसे में इन दोनों की जगह लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और वाशिंगटन सुंदर को उतारा जा सकता है। चहल भले ही सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं है, लेकिन कोहली के पास कोई विकल्प भी नहीं है। क्रुणाल भी बल्लेबाजी के दम पर टीम में जगह पा सकते हैं, लेकिन खराब गेंदबाजी को देखकर स्पष्ट है कि वह दीर्घकालिन विकल्प नहीं हैं। बल्लेबाजी में 336 रन का स्कोर खराब नहीं था, लेकिन बल्लेबाजी की शैली में बदलाव की जरूरत है। भारतीय टीम आखिरी 15 ओवर में तेजी से खेलने पर भरोसा करती आई है और यह परिपाटी पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने स्थापित की थी। कई बार यह दाव चल जाता है, लेकिन विश्व चैम्पियन इंग्लैंड ने दिखा दिया है कि मददगार पिच पर शुरू से ही हमला बोलना सही रहता है। इससे बाद में ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या जैसे बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका मिल जाता है।
कोहली से शतक की उम्मीद
इस मैच में कोहली से जरूर शतक की उम्मीद की जा रही है। क्योंकि कोहली ने आखिरी एक दिवसीय शतक अगस्त 2019 में बनाया था। भारत इस खिताबी मुकाबले को जीतता है और उसमें कोहली का शतक नहीं होगा तो शायद उनता मजा रहीं आएगा। हार्दिक फिनिशर की भूमिका में होंगे, लेकिन हाल ही में संपन्न टी-20 श्रृंखला को छोड़कर उन्होंने ज्यादा गेंदबाजी नहीं की है। टीम प्रबंधन को इस पर विचार करना होगा। तेज गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार के साथ यॉर्कर विशेषज्ञ टी नटराजन को उतारा जा सकता है। वैसे शारदुल ठाकुर फॉर्म में हैं, लेकिन उन्हें आराम देने पर मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा में से एक के लिये जगह बनती है। दूसरी ओर इंग्लैंड के हौसले इस जीत से बढे हैं और बेन स्टोक्स का फॉर्म में आना राहत की बात है। वनडे सीरीज के सारे मैच दूधिया रोशनी में ही खेले जा रहे हैं। दिन-रात्रि मुकाबला होने की वजह से भारतीय समयानुसार टॉस दोपहर एक बजे और पहली गेंद 1:30 बजे फेंकी जाएगी कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से मैदान के भीतर दर्शकों की एंट्री प्रतिबंधित है।
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