बचपन में तो हर किसी ने साइकिल चलाई होगी। मगर बड़े होने पर लोग स्कूटर, बाइक व कार चलाना पसंद करते हैं। मगर उम्र भले कोई भी हो खुद को फिट और सेहतमंद रखने के लिए साइकलिंग करना बेस्ट ऑप्शन है। एक्सपर्ट्स के अनुसार साइकलिंग एक एक्सरसाइज की तरह काम करती है। ऐसे में जिम जाने की भी जरूरत नहीं है। इससे पूरा शरीर बखूबी तरीके से काम करता है। ऐसे में बीमारियों से बचाव रहता है। साथ ही शारीरिक व मानसिक विकास होने में मदद मिलती है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
सबसे पहले तो साइकलिंग किसी भी एक्सरसाइज की तुलना में बेहद आसान है। इसे चलाने से मांसपेशियों की अच्छे से कसरत होने से मजबूती मिलती है। साथ ही चोट लगने का खतरा कम रहता है। इसके अलावा इसे चलाने के लिए पेट्रोल या डीजल की जगह पैरों से पैडल मारने होते हैं। ऐसे में वातावरण को भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है।
शोध से जानिए साइकलिंग के फायदे
एक शोध के अनुसार एक हफ्ता लगातार एक्सरसाइज करने से करीब 8,400 किलोग्राम (लगभग 2,000 कैलोरी) बर्न होती है। मगर साइकलिंग करने से रोजाना एक घंटा आप 1,200 किलोग्राम (लगभग 300 कैलोरी) बर्न होती है। ऐसे में आप कम समय व मेहनत से ही वजन कम कर सकते हैं। अन्य रिसर्च के मुताबिक रोजाना 30 मिनट साइकिल चलाने से एक साल में करीब पांच किलोग्राम वजन घटाया जा सकता है।
रोजाना करें 30 से 60 मिनट साइकलिंग
जो लोग लंबे समय के बाद दोबारा साइकलिंग रहे हैं वे शुरुआत में 30 मिनट कर साइकिल चलाएं। इसके अलावा रिसर्च के मुताबिक रोजाना एक घंटा साइकिल चलाने से करीब 300 कैलोरी कम होती है। ऐसे में मोटापा कम करने के लिए 30 से 60 मिनट कर साइकलिंग की जा सकती है।
डायबिटीज से बचाव
एक शोध के अनुसार रोजाना 30 मिनट साइकलिंग करने से डायबिटीज होने का खतरा 40 प्रतिशत कम रहता है। इसके अलावा पहले से डायबिटीज से परेशान लोगों को इसे कंट्रोल करने की शक्ति मिलती है।
गठिया से बचाव
साइकलिंग से मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती आती है। शरीर अंदर से स्ट्रांग होने से जोड़ों के दर्द से आराम रहता है। साथ ही गठिया का रोग होने से बचाव रहता है।
मानसिक शांति दिलाए
रोजाना साइकलिंग करने से दिमाग बेहतर तरीके से काम करता है। तनाव, चिंता आदि दूर होकर मानसिक परेशानियों दूर होने में मदद मिलती है। साथ ही दिनभर एनर्जेटिक व फ्रेश फील होता है।
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